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- मुख्यमंत्री ने पं. खुशीलाल आयुर्वेदिक महाविद्यालय प्रांगण में स्थित टेंट सिटी का किया अवलोकन
भोपाल, 22 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार की शाम भोपाल में 24 एवं 25 फरवरी को आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 के लिए पंडित खुशीलाल आयुर्वेदिक महाविद्यालय के प्रांगण में विशेष रूप से तैयार की गई टेंट सिटी' का शुभारंभ कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उच्चस्तरीय सुविधाओं से युक्त टेंट सिटी में जीआईएस में आने वाले अतिथियों का अनुभव अविस्मरणीय रहे, उन्हें हमारी आतिथ्य सत्कार परंपरा का आनंद प्राप्त हो, यह राज्य सरकार का प्रयास है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। उन्होंने मीडिया को दिए संदेश में कहा कि टेंट सिटी मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक अभिनव पहल है। राज्य सरकार जीआईएस के बाद टेंट सिटी व्यवस्था को कुछ और दिन बनाए रखने पर विचार-विमर्श करेगी।
मुख्यमंत्री ने जीआईएस में भाग लेने आने वाले अतिथियों के लिए उपलब्ध इलेक्ट्रिक व्हीकल पर सवारी भी की। उन्होंने टेंट सिटी में वर्चुअल रियलटी कैमरे से बाबा महाकाल सहित मध्य प्रदेश की धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन स्थलों के दर्शनकिए। इस अवसर पर सांसद वीडी शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, भोपाल महापौर मालती राय, रविन्द्र यति, राहुल कोठारी एवं अन्य जनप्रतिधि, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित थे।
भोपाल में पहली बार टेंट सिटी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आयोजित हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आतिथ्य में भी नये आयाम स्थापित करेगी। भोपाल में पहली बार रन ऑफ कच्छ और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तर्ज पर टेंट सिटी स्थापित की गई है। 108 फाइव-स्टार लेवल के रूम्स वाली यह टेंट सिटी निवेशकों और प्रतिनिधियों को मध्य प्रदेश की विशिष्ट आतिथ्य परंपरा का अनुभव कराएगी। यह प्रयोग सफल रहता है, तो इसे स्थायी रूप से विकसित करने की योजना बनाई जाएगी, जिससे मध्य प्रदेश पर्यटन को नई गति मिलेगी और भोपाल को एक नया आकर्षण केंद्र मिलेगा।
मध्य प्रदेश के जायके और संस्कृति का संगम
यह टेंट सिटी न केवल निवेशकों के लिए ठहरने का विशेष स्थान होगी, बल्कि इसमें MP स्पेशल फूड मेन्यू भी तैयार किया गया है, जिसमें मालवा, बुंदेलखंड, बघेलखंड और निमाड़ के पारंपरिक स्वाद शामिल हैं।
पर्यटन और निवेश की नई संभावनाएं
जीआईएस-2025 के दौरान यह अनूठा अनुभव निवेशकों और उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश में पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं से परिचित कराएगा। यह पहल न केवल अर्थव्यवस्था को मजबूती देगी बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में भी नए अवसर खोलेगी।
भोपाल को मिलेगी नई पहचान
जीआईएस-2025 के बाद इस प्रयोग को स्थायी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर विचार किया जा रहा है, जिससे भोपाल पर्यटन के मानचित्र पर एक नए आकर्षण के रूप में उभरेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर