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श्रीनगर, 21 फरवरी (हि.स.)। स्कूल शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को कश्मीर क्षेत्र के विभिन्न कार्यालयों और विभागों में प्रशासनिक कार्यों के लिए तैनात और संलग्न सभी शिक्षण कर्मचारियों को फटकार लगाई। इस संबंध में स्कूल शिक्षा निदेशक कश्मीर (डीएसईके) द्वारा एक नवीनतम आधिकारिक विज्ञप्ति जारी की गई है।
डीएसईके ने कहा कि विभिन्न कार्यालयों और विभागों में प्रशासनिक कार्यों के लिए तैनात या संलग्न सभी शिक्षण कर्मचारियों को दिसंबर-12-2021 और जुलाई-01-2024 को अपने मूल पदस्थापन स्थान पर रिपोर्ट करने के निर्देश के साथ वापस बुलाया गया था। निदेशालय ने कहा कि स्पष्ट निर्देशों के बावजूद डीएसईके के संज्ञान में आया है कि कई शिक्षण अधिकारियों को डीएसईके की पूर्व स्वीकृति और आदेश प्राप्त किए बिना किसी न किसी बहाने से प्रशासनिक कार्यों के लिए मूल विभाग के भीतर या बाहर विभिन्न कार्यालय और संस्थानों में बने हुए हैं।
इसमें कहा गया है कि समय-समय पर दिए गए निर्देशों और आदेशों के बावजूद प्रशासनिक कार्यों के लिए विभिन्न कार्यालयों और विभागों में शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति जारी रहना मुख्य शिक्षा अधिकारियों (सीईओ), आहरण एवं संवितरण अधिकारियों (डीडीओ) और संस्थानों के प्रमुखों (एचओआई) की ओर से गैर-गंभीरता को दर्शाता है जो यह सुनिश्चित करके आदेशों को जमीनी स्तर पर लागू करवाने में विफल रहे हैं कि ये अधिकारी अपने मूल शिक्षण कार्य पर वापस रिपोर्ट करें जिसके लिए उन्हें एसईडी में नियुक्त किया गया है। डीएसईके ने कहा कि समय-समय पर जारी किए गए निर्देशों और आदेशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक विभाग और डीएसईके के औपचारिक आदेशों के बिना, अपने कार्य प्रोफ़ाइल के उल्लंघन में प्रशासनिक कार्यों के लिए मूल विभाग के भीतर या बाहर विभिन्न कार्यालयों और संस्थानों में काम करने वाले व्याख्याताओं, मास्टरों और शिक्षकों सहित सभी शिक्षण कर्मचारियों को शैक्षणिक संस्थानों में अपनी मूल नियुक्ति के स्थान पर बिना किसी चूक के रिपोर्ट करने का आदेश दिया जाता है।
इसमें कहा गया है कि विभाग, प्रशासनिक विभाग और डीएसईके के औपचारिक आदेशों के बिना मूल विभाग के बाहर काम करने वाले स्कूली शिक्षा के सभी गैर-शिक्षण कर्मचारी बिना किसी चूक के अपनी मूल नियुक्ति के स्थान पर रिपोर्ट करेंगे। विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि सभी शिक्षण और गैर-शिक्षण अधिकारियों को तत्काल कार्यमुक्त और पृथक माना जाएगा ताकि वे अपने मूल पदस्थापन स्थान पर वापस रिपोर्ट कर सकें। कोई भी डीडीओ जो आदेश का उल्लंघन करके ऐसे किसी भी अधिकारी का वेतन लेता पाया जाता है ताे उसके खिलाफ आरडीए की सिफारिश सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में डीएसईके ने क्षेत्र के सीईओ को सभी ऐसे कर्मचारियों के अपेक्षित विवरण के साथ अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है जिसमें नाम, वास्तविक पदस्थापन स्थान, तैनाती के आधार पर काम करने का स्थान, सौंपी गई ड्यूटी की प्रकृति, तैनाती के स्थान पर रहने की तिथि, तैनाती या अटैचमेंट आदेश का संदर्भ, मूल पदस्थापन स्थान पर वापस रिपोर्ट करने की तिथि और कोई अन्य जानकारी जो आवश्यक समझी जा सकती है।
विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि डीएसईके के मुख्य लेखा अधिकारी व्यक्तिगत रूप से निर्देशों के कार्यान्वयन की निगरानी करेंगे और चूककर्ताओं के खिलाफ वेतन आहरण के बारे में इनपुट प्राप्त करने के लिए संबंधित ट्रेजरी अधिकारियों के साथ संपर्क करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता