राजगढ़ः फांसी की सजा माफ हुई तो दुष्कर्मी ने तीसरी बार दरिंदगी कर बच्ची को मार डाला
राजगढ़, 19 फरवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में 11 वर्षीय मूकबधिर बालिका से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी से एक आदतन दुष्कर्मी का चेहरा सामने आया है, जो पूर्व में दो
दुष्कर्म का आरोपी


राजगढ़, 19 फरवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में 11 वर्षीय मूकबधिर बालिका से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी से एक आदतन दुष्कर्मी का चेहरा सामने आया है, जो पूर्व में दो मासूम बच्चियों के साथ दरिंदगी की घटनाओं में सजा पा चुका है। पहले अपराध में 10 साल की सजा भुगतकर जेल से निकला तो दूसरी घटना को अंजाम दे डाला। उसमें फांसी की सजा हुई लेकिन उच्च न्यायालय से बरी हो गया तो तीसरी घटना को अंजाम दे डाला।

आरोपित 40 वर्षीय रमेश खाती मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के अवंतीपुर बड़ोदिया थाना क्षेत्र के बड़ी पोलाए गांव का रहने वाला है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार, रमेश ने वर्ष 2003 में अवंतीपुर बड़ोदिया थाना क्षेत्र में पांच वर्षीय एक बालिका के साथ दुष्कर्म किया था। इसमें उसे 10 साल की सजा हुई। सजा पूरी करके वर्ष 2013 में जेल से बाहर आया। कुछ महीनों बाद ही 2014 में उसने सीहोर जिले के आष्टा थाना क्षेत्र में आठ साल की एक बच्ची के साथ हैवानियत की। इस मामले में निचली अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई। उसके पिता घासीराम खाती ने खेत बेचकर मुकदमे की पैरवी कराई। 2019 में उसे उच्च न्यायालय ने बरी कर दिया।

हाईकोर्ट ने इस आधार पर उसे बरी किया था कि आरोपी की शिनाख्त परेड के समय बच्ची के साथ उसके पिता भी थे। इसलिए बच्ची को मेन्युप्लेट (बहलाया) किया जा सकता है। एक-दो फरवरी 2025 की दरमियानी रात आरोपी ने 250 किमी दूर नरसिंहगढ़ (राजगढ़) में 11 साल की मूक-बधिर बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म किया। सुबह बच्ची गंभीर अवस्था में झाड़ियों में मिली। जान बचाने के लिए उसे भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन गत आठ फरवरी को उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने तीन फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कर अपराधी की तलाश शुरू की। करीब 16 दिनों की छानबीन और छापेमारी के बाद पुलिस ने आरोपी रमेश को ट्रेन से हिरासत में लिया तो यह चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

पुलिस ने उसे राजगढ़ जिले के भोजपुर थाना क्षेत्र के होड़ा माता मंदिर के समीप से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा का कहना है कि पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने दुष्कर्म के बाद जान से मारने के लिए बच्ची का गला दबाया था। वह निश्चिंत था कि बच्ची मर गई।

राजगढ़ पुलिस रमेश खाती को आदतन यौन अपराधी मानती है। पुलिस के अनुसार, वह 10 साल की उम्र से गांजा पीता है। स्वजन से पूछताछ में सामने आया कि पत्नी से उसका विवाद इसलिए हुआ, क्योंकि उसने 14 साल की बेटी से दुष्कर्म की कोशिश की थी। वह घर छोड़कर उज्जैन रेलवे स्टेशन पर ही पड़ा रहता था। भंडारों में खाना खाता, गांजा पीता और छोटी-मोटी चोरियां करता था। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि जिस रात उसने बच्ची को अगवा किया, उसी रात नरसिंहगढ़ मंडी में एक विक्षिप्त महिला को शिकार बनाने की कोशिश की थी, लोगों के शोर मचाने पर वह भागा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर