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गुवाहाटी, 19 फरवरी (हि.स.)। असम प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मनोज बरुवा ने कहा कि हाल ही में असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) भर्ती घोटाले पर न्यायमूर्ति बिप्लब कुमार शर्मा की रिपोर्ट ने कांग्रेस शासनकाल में लगाई गई नौकरियों के खुले बाजार की सच्चाई उजागर कर दी है। इससे कांग्रेस नेताओं, विशेष रूप से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेन बोरा में घबराहट फैल गई है। इस रिपोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत तरुण गोगोई और उनके बेटे सांसद गौरव गोगोई का नाम सामने आने के कारण प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा जनता को गुमराह करने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के जवाब में भाजपा ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में असम के युवा समाज की प्रतिभा और योग्यता को नष्ट करने के लिए ऐतिहासिक भ्रष्टाचार और अनियमितताएं की गई थीं। अब कांग्रेस नेता इस घोटाले को सही ठहराने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे उनकी जिम्मेदारीहीनता स्पष्ट होती है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि भूपेन बोरा ने हमेशा असंगत और विरोधाभासी बयान दिए हैं। उन्होंने आज भी न्यायमूर्ति बिप्लब कुमार शर्मा की 6 नंबर दफा पर रिपोर्ट को सही बताया, लेकिन उसी न्यायमूर्ति की एपीएससी घोटाले पर रिपोर्ट को पक्षपाती करार दिया। भाजपा ने इसे कांग्रेस की दोहरी नीति करार दिया और कहा कि कांग्रेस पहले खुद इस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग कर रही थी, लेकिन अब जब रिपोर्ट सामने आई है, तो वह इससे पलट रही है।
भाजपा ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस इस तरह के भ्रामक बयानों और रणनीतियों के जरिए दिवंगत तरुण गोगोई और गौरव गोगोई की संलिप्तता को हल्का नहीं कर सकती।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश