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कानपुर, 13 फरवरी (हि.स.)। छात्रों को विज्ञान और उससे जुड़े नए-नए शोधों व अत्याधुनिक प्रयोगशाला में होने वाले प्रयोगों के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी और उससे जुड़े सवालों के जवाब देने के लिए बुधवार को आईआईटी कानपुर द्वारा छात्रों के लिए शैक्षिक दौरे की मेजबानी की गई। साथ ही उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी की विशाल संभावनाओं का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
भारतीय प्राैद्योगिकी संस्थान (आईआईटी कानपुर) ने कानपुर देहात के 15 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों के लिए एक शैक्षिक दौरे के लिए आमंत्रित किया। रणजीत सिंह रोज़ी शिक्षा केंद्र द्वारा आईआईटी कानपुर के स्पेस विभाग और भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (आईएनएसए -कानपुर स्थानीय अध्याय) के सहयोग से आयोजित इस पहल का उद्देश्य युवाओं में वैज्ञानिक जिज्ञासा और जागरूकता को बढ़ावा देना है। रोज़ी शिक्षा केंद्र के प्रो. सुधांशु एस सिंह ने आये हुए छात्रों का स्वागत किया।
कार्यक्रम के अंतर्गत संस्थान की पोस्ट-डॉक्टरल फेलो डॉ. तेजप्रीत कौर ने सौर मंडल पर एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया। जिसमें छात्रों को क्रेटर निर्माण के व्यावहारिक प्रदर्शन से जोड़ा गया। इस सत्र में वॉयजर एक और दो मिशनों के माध्यम से आकाशगंगा वर्गीकरण और गहरे अंतरिक्ष अन्वेषण पर भी चर्चा की गई। छात्रों ने सक्रिय रूप से एक गतिशील प्रश्नोत्तर चर्चा में भाग लिया। साथ ही आईआईटी कानपुर की अत्याधुनिक शोध प्रयोगशालाओं का दौरा करने का भी अवसर मिला, जहां उन्होंने हाई-रिज़ॉल्यूशन माइक्रोस्कोप सहित उन्नत वैज्ञानिक उपकरणों का अवलोकन किया। उन्होंने शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के साथ बातचीत भी की, जिससे उन्हें वैज्ञानिक अन्वेषण और नवाचार की दुनिया से सीधे तौर पर परिचित होने का मौका मिला। यह दौरा जमीनी स्तर पर विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी कानपुर के समर्पण को दर्शाता है, जो अगली पीढ़ी के नवोन्मेषकों और शोधकर्ताओं को प्रेरित करता है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप