Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
कछार (असम), 12 फरवरी (हि.स.)। कछार पुलिस ने एक लापता ट्रक की गुत्थी को सुलझाते हुए आज बताया है कि उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने ट्रक एवं हत्या में शामिल सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के अनुसार गुवाहाटी के रहने वाले राम बहादुर गुप्ता ने 08 जनवरी को एफआईआर दर्ज कराई कि ट्रक चालक बिधान दत्ता (निवासी कैलिचेरा, हैलाकांदी) 03 जनवरी को गुवाहाटी से चुराचांदपुर (मणिपुर) माल लेकर जाते समय ट्रक (एएस 01एससी-1590, अशोक लीलैंड, सफेद रंग) सहित लापता हो गया था। आखिरी बार ट्रक को कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर में देखा गया था। परिजनों और पुलिस के प्रयासों के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं मिला।
सिलचर थाना केस संख्या 28/25 के तहत जांच में एसआईटी गठित की गई, जिसमें एएसपी (अपराध), सिलचर थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। जांच के दौरान मोहानखाल (कचुदराम) के बख्तियार हुसैन लश्कर (32), संजीब अहमद लश्कर (42) और दिलवार हुसैन लश्कर (29) को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने ट्रक को असम-मिजोरम सीमा पर छिपाने की बात कबूल की। इनकी निशानदेही पर लाला (हैलाकांदी) के सहारुल इस्लाम लश्कर (27) और काटलीचेड़ा (हैलाकांदी) के अमोल पॉल (35) को पकड़ा गया। पूछताछ में इन दोनों ने बिधान दत्ता की मेघालय के लुमश्नोंग में हत्या कर टोल गेट के पास शव फेंकने की बात स्वीकार की।
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक का चचेरा भाई अमोल पॉल ने सहारुल इस्लाम लश्कर के साथ मिलकर पुराने पैसों के लेन-देन के विवाद में उसकी हत्या की। ट्रक में लदा माल 5,80,000 रुपये में श्रीकोना के असीब हुसैन बरभुइयां (25) को बेच दिया गया। असीब और कलैन के तफिजुल हुसैन बरभुइयां उर्फ रामिज (31) को चोरी का सामान खरीदने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
11 फरवरी को चोरी हुआ ट्रक असम-मिजोरम सीमा के करकट बस्ती से बरामद किया गया। पुलिस ने मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश