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बांदा, 12 फ़रवरी (हि.स.)। जिले के मर्दननाका गधेड़ मुहल्ला में 65 वर्षीय रामकरन सोनकर, जो हत्या के आरोप में जमानत पर जेल से छूटने के सात महीने बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
रामकरन को 10 साल पहले केन नदी बंधा के पास हुई एक हत्या के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस समय वह केन नदी से मोरंग भरने का काम करते थे। जिला न्यायालय ने उन्हें सजा सुनाई थी, जिसके बाद वह 10 साल तक जेल में रहे। जून 2024 में उच्च न्यायालय में अपील करने पर उन्हें जमानत मिली थी।
उनकी पत्नी कल्ली ने बताया कि जेल से छूटने के बाद कुछ महीने तक तो सब ठीक था, लेकिन बाद में वह शराब पीने के आदी हो गए थे। शराब की लत के कारण उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था। इसी के चलते उन्होंने बुधवार की सुबह अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय कल्ली मंडी में सब्जी बेचने गई थी।
जब कल्ली घर लौटी तो उन्होंने अपने पति को फांसी पर लटका हुआ पाया। उन्होंने तुरंत पड़ोसियों को बुलाया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं।
कल्ली ने बताया कि उनके परिवार का भरण-पोषण सब्जी बेचकर ही होता है। उनके चार बेटे हैं, जो प्रयागराज में ईंट-भट्टों में मजदूरी करते हैं। रामकरन कोई काम नहीं करते थे।
कोतवाली निरीक्षक पंकज सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह