रियासी में गुज्जर-बक्करवाल समुदाय की समस्याओं को जाना
जम्मू, 11 फ़रवरी (हि.स.)। एक महत्वपूर्ण सामुदायिक आउटरीच पहल में भारतीय सेना ने रियासी के लांछा में गुज्जर और बक्करवाल समुदायों के साथ एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया। इस कार्यक्रम में बुधन के स्थानीय युवाओं को प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा करने, चिंताओं
रियासी में गुज्जर-बक्करवाल समुदाय की समस्याओं को जाना


जम्मू, 11 फ़रवरी (हि.स.)। एक महत्वपूर्ण सामुदायिक आउटरीच पहल में भारतीय सेना ने रियासी के लांछा में गुज्जर और बक्करवाल समुदायों के साथ एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया। इस कार्यक्रम में बुधन के स्थानीय युवाओं को प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा करने, चिंताओं को साझा करने और क्षेत्रीय विकास के अवसरों का पता लगाने के लिए एक साथ लाया गया।

बातचीत के दौरान प्रतिभागियों ने बेरोजगारी, शिक्षा तक पहुंच और बुनियादी ढांचे की कमियों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। चर्चाओं में क्षेत्रीय विकास, सुरक्षा चिंताओं को दूर करने और सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने सहित इन चुनौतियों के लिए सहयोगी समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया गया। सेना के अधिकारियों ने खुली बातचीत को प्रोत्साहित किया, उपस्थित लोगों से अपने दृष्टिकोण को व्यक्त करने और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कार्रवाई योग्य समाधान प्रस्तावित करने का आग्रह किया।

स्थानीय जुड़ाव के लिए अपनी निरंतर प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप मे भारतीय सेना ने सुरक्षा और विकास संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए समुदायों के साथ मिलकर काम करने के अपने समर्पण की पुष्टि की। युवाओं द्वारा प्रदर्शित उत्साह और प्रतिबद्धता ने प्रगति और एकता की प्रबल इच्छा को दर्शाया। इस कार्यक्रम में लांचा और पड़ोसी गांवों के कुल 30 व्यक्तियों ने भाग लिया।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा