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बेंगलुरु/नई दिल्ली, 11 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने मंगलवार को यहां राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई) (सामान्य), बेंगलुरु में नवनिर्मित छात्रावास भवन का उद्घाटन किया। यह छात्रावास प्रशिक्षुओं को सुरक्षित और सुगम आवासीय सुविधा प्रदान करेगा।
जयंत चौधरी ने कहा कि 2047 में विकसित भारत के संकल्प का कौशल विकास केंद्र बिंदु है। इसलिए युवाओं को भविष्य के लिए कौशलयुक्त बनाने में उच्च गुणवत्ता के प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे का विकास आवश्यक है। एनएसटीआई बेंगलुरु में छात्रावास का उद्घाटन उत्साहपूर्ण और समावेशी स्थल उपलब्ध कराने की दिशा में एक कदम है, जहां प्रशिक्षु बाधारहित वातावरण में सीख सकते हैं। इसके साथ ही नवाचार कर सकते हैं और चौथी औद्योगिक क्रांति और विनिर्माण के साइबर-भौतिक परिवर्तन-उद्योग 4.0 के लिए अपने को तैयार कर सकते हैं। चौधरी ने कहा कि संस्थान के प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत के दौरान उनमें जुनून और प्रतिबद्धता देखी और केवल ऐसी ही पहल से उन्हें और प्रेरित किया जा सकता है।
उद्घाटन समारोह में भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय की महानिदेशक (प्रशिक्षण) त्रिशालजीत सेठी, औद्योगिक प्रशिक्षण एवं रोजगार विभाग की आयुक्त डॉ. रागप्रिया आर., केंद्रीय लोक निर्माण विभाग बेंगलुरु के अपर महानिदेशक एनएनएसएस राव, उप महानिदेशक (दक्षिण क्षेत्र) अनिल कुमार और क्षेत्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता निदेशालय कर्नाटक के क्षेत्रीय निदेशक एनआर अरविंदन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उल्लेखनीय हैकि कौशल विकास के लिए समावेशी और सुरक्षित आधारभूत ढांचे को बढ़ावा देने में अहम 11 करोड़ छह लाख रुपये की लागत से निर्मित और नवनिर्मित छात्रावास 3,423.23 वर्ग मीटर में स्थित है। इस तिमंजिला भवन में दो बिस्तरों वाले 30 कमरे हैं, जिनमें 60 प्रशिक्षु रह सकते हैं। उन्हें आराम, सुरक्षा और प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के लिए तैयार किए गए इस आवासीय केंद्र में अध्ययन कक्ष, सामुदायिक क्षेत्र और मनोरंजन कक्ष जैसी आवश्यक सुविधाएं शामिल हैं। इसका आधुनिक, ऊर्जा-दक्ष डिज़ाइन, विश्वस्तरीय कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के केंद्र सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो सभी प्रशिक्षुओं को अनुकूल प्रशिक्षण वातावरण प्रदान करता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर