धार्मिक समारोहों में जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए व्यवस्था होनी चाहिए-फारूक अब्दुल्ला
जम्मू, 9 जनवरी (हि.स.)। आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगदड़ में छह लोगों की मौत के एक दिन बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भारत में धर्म के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि धार्मिक समारोहों में जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए व्
धार्मिक समारोहों में जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए व्यवस्था होनी चाहिए-फारूक अब्दुल्ला


जम्मू, 9 जनवरी (हि.स.)। आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगदड़ में छह लोगों की मौत के एक दिन बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भारत में धर्म के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि धार्मिक समारोहों में जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए व्यवस्था होनी चाहिए।

उन्होंने जम्मू में संवाददाताओं से कहा कि लोग (धार्मिक स्थलों पर) मरने के लिए नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा, राष्ट्र और परिवार के लिए प्रार्थना करने जाते हैं। सरकार को इस बात की जांच करनी चाहिए कि भगदड़ में लोग कैसे मारे गए और बड़ी संख्या में लोगों से भरी ऐसी जगहों पर व्यवस्था की निगरानी करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए कि ऐसी घटनाएं फिर न हों। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में धर्म को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता