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जम्मू, 9 जनवरी (हि.स.)। वायुमंडलीय अनुसंधान और अंतरिक्ष विज्ञान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुए वीरवार को जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के सतीश धवन अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र से दसवें रेडियोसॉन्ड का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया। राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी, इसरो) और सीयूजे के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत आयोजित इस प्रक्षेपण का मार्गदर्शन कुलपति प्रो. संजीव जैन ने किया।
इस परियोजना का नेतृत्व सतीश धवन अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र के संयोजक प्रो. विनय कुमार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रो. राकेश कुमार झा ने किया साथ ही संकाय, तकनीकी विशेषज्ञों, छात्रों और शोधार्थियों की एक समर्पित टीम ने भी इसमें भाग लिया। रेडियोसॉन्ड मौसम के गुब्बारे से जुड़ा हुआ है। यह पिशारोटीसॉन्ड सेंसर से लैस है जो इसे तापमान, सापेक्ष आर्द्रता, दबाव, हवा की गति और दिशा, ऊंचाई, समय और स्थान सहित वायुमंडलीय प्रोफाइल को मापने में सक्षम बनाता है। डेटा को सेंसर और जीपीएस रिसीवर मॉड्यूल का उपयोग करके कैप्चर किया जाता है, जिसे इसरो के तहत विकसित भारतीय रेडियोसॉन्ड सॉफ़्टवेयर (इन्ड्रोस) के साथ संसाधित किया जाता है।
एकत्र किए गए डेटा मौसम संबंधी अध्ययनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जलवायु परिवर्तन, वायुमंडलीय गतिशीलता और राष्ट्रीय जलवायु और पर्यावरण अध्ययन सूचना प्रणाली के लिए रेडियोसॉन्ड नेटवर्क के तहत अंतरिक्ष अनुसंधान को संबोधित करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा