आरजी कर विवाद : डॉक्टरों के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी संवाद
कोलकाता, 09‌ जनवरी (हि. स.)। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के विवाद के बाद राज्य में डॉक्टरों और सरकार के बीच उत्पन्न तनाव को कम करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डॉक्टरों से संवाद करेंगी। इस संवाद का आयोजन 24 फरवरी को कोलकाता के अलीपुर स्थित धनधा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी


कोलकाता, 09‌ जनवरी (हि. स.)। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के विवाद के बाद राज्य में डॉक्टरों और सरकार के बीच उत्पन्न तनाव को कम करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डॉक्टरों से संवाद करेंगी। इस संवाद का आयोजन 24 फरवरी को कोलकाता के अलीपुर स्थित धनधान्य प्रेक्षागृह में किया जाएगा। इस बैठक का आयोजन पश्चिम बंगाल स्टेट ग्रीवांस रिड्रेसल सेल की ओर से किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य डॉक्टरों की समस्याओं और सुझावों को सुनना है।

आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने हाल ही में राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग तक कर डाली थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही आंदोलनकारी डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल खत्म की और काम पर लौटे। इस विवाद ने राज्य सरकार और चिकित्सा क्षेत्र के बीच एक असहज स्थिति उत्पन्न कर दी थी।

पश्चिम बंगाल स्टेट ग्रीवांस रिड्रेसल सेल के चेयरमैन डॉक्टर सौरभ दत्ता ने गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस संवाद के जरिए डॉक्टरों की समस्याओं को समझने और समाधान का रास्ता निकालने की कोशिश करेंगी। इस कार्यक्रम का शीर्षक चिकित्सा का दूसरा नाम सेवा रखा गया है।

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कौन-कौन होंगे शामिल

इस कार्यक्रम में राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल, सुपरिटेंडेंट, शिक्षक, जूनियर डॉक्टर, और मेडिकल छात्र शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, जिला और ब्लॉक स्तर के अस्पतालों के डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी इस बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित हैं। खास बात यह है कि आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज के आंदोलनकारी डॉक्टर, जैसे कि डॉक्टर अनिकेत महातो और डॉक्टर देवाशीष हलदार, को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।

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डॉक्टरों की प्रतिक्रिया का इंतजार

फिलहाल, आंदोलनकारी डॉक्टरों की ओर से इस बैठक में शामिल होने को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। लेकिन इस बैठक को डॉक्टरों और सरकार के बीच संवाद को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर