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कोलकाता, 09 जनवरी (हि. स.)। आसनसोल और आसपास के क्षेत्रों में बालू और भूमि माफियाओं का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, जो पुलिस और प्रशासन के लिए लंबे समय से चिंता का विषय बना हुआ है। मालदह में हाल ही में हुए तृणमूल नेता दुलाल सरकार की हत्या के बाद अब आसनसोल में तीन तृणमूल नेताओं को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है।
पुलिस ने तृणमूल के राज्य कमेटी सदस्य और आसनसोल नगर निगम के पार्षद अशोक रुद्र, पश्चिम बर्दवान जिला परिषद के सह सभाधिपति विष्णुदेव नूनिया और जिला परिषद सदस्य रामकृष्ण घोष को सुरक्षा दी है।
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बालू माफियाओं का बढ़ता प्रभाव
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आसनसोल और आसपास के क्षेत्रों में बालू माफियाओं का प्रभाव पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है। पुलिस का कहना है कि कोयला माफियाओं का एक बड़ा हिस्सा अब भूमि और बालू के अवैध व्यवसाय में संलग्न हो गया है।
2022 में चितरा मोड़ और डामरा में तृणमूल के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले ने भी इलाके में बालू माफियाओं की साजिशों को उजागर किया था। उसी वर्ष अशोक रुद्र ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर बालू खनन के खिलाफ आंदोलन किया था, जिसमें आसनसोल दक्षिण से भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने भी भाग लिया था।
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मालदह कांड से सबक
हाल ही में मालदह में तृणमूल के सह-अध्यक्ष दुलाल सरकार की हत्या के बाद राज्य प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में अवैध बालू और भूमि माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर कई माफियाओं की गिरफ्तारी भी की गई है।
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अशोक रुद्र ने जताई हैरानी
पुलिस सुरक्षा मिलने पर अशोक रुद्र ने कहा कि 2022 में मेरी सुरक्षा हटा ली गई थी और अब फिर से दी गई है। सुरक्षा हटाने और अब फिर से बहाल करने के पीछे का कारण मुझे नहीं पता।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर