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मुंबई, 08 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को मुंबई में कहा कि किसी शहर की समृद्धि वहां के धनवान लोगों से नहीं, बड़ी इमारतों से नहीं, बल्कि वहां के संग्रहालयों से परखी जाती है। दुनिया के सभी उत्कृष्ट शहरों में बेहतरीन संग्रहालय हैं। आज हम भी एक ऐसा ही उत्कृष्ट संग्रहालय जनता के लिए खोल रहे हैं, यह अत्यंत हर्ष का विषय है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज मुंबई नगर की ओर पुनर्निर्मित डॉ. भाऊ दाजी लाड संग्रहालय के लोकार्पण के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संग्रहालयों के माध्यम से उस देश की, शहर की संस्कृति, लोक जीवन और इतिहास का पता चलता है। हमारी ऐतिहासिक विरासत आने वाली पीढिय़ों को देखने को मिले, यही संग्रहालय स्थापना का उद्देश्य है। अब तक हुआ विकास और उसके लिए हुए परिवर्तन भावी पीढ़ी को समझना आवश्यक है। भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां सबसे प्राचीन संस्कृति आज भी जीवंत है। हमारा देश संस्कृति की खान है और इसे हमें संजोकर रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने डॉ. भाऊ दाजी लाड के योगदान को याद करते हुए कहा, डॉ. भाऊ दाजी लाड चिकित्सक थे, लेकिन उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया। ऐतिहासिक धरोहर को संजोने में उन्होंने महत्वपूर्ण कार्य किया। इस संग्रहालय में मौजूद कई वस्तुएं उन्होंने दी हैं और एकत्रित की हैं। उनके इस कार्य के सम्मान में 50 वर्ष पहले इस संग्रहालय को उनका नाम दिया गया। आज 50 वर्षों के बाद उनके नाम का यही संग्रहालय नए रूप में जनता के लिए खोलते हुए बहुत खुशी हो रही है। पर्यटकों के लिए यह संग्रहालय एक आकर्षण का केंद्र होगा। यहां की वस्तुएं, दुर्लभ छायाचित्र लोगों को एक अलग अनुभव प्रदान करेंगे
कार्यक्रम में कौशल विकास, रोजगार एवं उद्यमिता मंत्री मंगलप्रभात लोढा, सांसद मिलिंद देवरा, विधायक राजहंस सिंह, मुंबई नगर निगम के प्रशासक एवं आयुक्त भूषण गगराणी, अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी जोशी, अमित सैनी, तस्मीन मेहता सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव