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पोल खुलने के बाद कर्मचारी ने डीसीएलआर कोर्ट में दायर किया परिवाद
पूर्वी चंपारण,08 जनवरी (हि.स.)।जिले में सक्रिय भू माफिया और महिला अंचल अधिकारी के गठजोड़ से करोड़ो सरकारी भूमि की दाखिल-खारिज करने का मामला सामने आया है। मामले का खुलासा होने के बाद सीओ ने अपने कर्मचारी से दाखिल खारिज रद्द कराने को लेकर डीसीएलआर कोर्ट में आवेदन दाखिल कराया है। सबसे बड़ी बात तो यह है,कि इस कारगुजारी में शामिल अंचल अधिकारी का 7 जनवरी को ही स्थानांतरण हो गया है।
मामला पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि अंचल से जुड़ा है जहां महिला सीओ ने करोड़ो की सरकारी जमीन का दाखिल खारिज कर दिया।वही खुलासा के बाद हल्का कर्मचारी द्वारा दाखिल-खारिज रद्द करने के लिए अरेराज डीसीएलआर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार महिला सीओ ने एक सफेदपोश भूमाफिया से गठजोड़ करके करोड़ो के सरकारी जमीन से बिना अतिक्रमण हटाये ही पूर्व से चल रहे अतिक्रमणवाद को खत्म कर दिया।
बताया जा रहा है कि कर्मचारी द्धारा डीसीएलआर के कोर्ट में परिवाद दायर होने के बाद महिला सीओ समेत इस करतूत में शामिल दो हल्का कर्मचारी पर कार्रवाई होना तय है। हल्का कर्मचारी शशिकांत सूरज और अमरेन्द्र कुमार द्विवेदी ने सरकारी जमीन की दाखिल खारिज रद्द करने के लिए डीसीएलआर कोर्ट में परिवाद दायर किया है।
परिवाद दायर होने के बाद ग्रामीणों ने राजस्व मंत्री से हरसिद्धि अंचल की जांच कराकर करोड़ो की सरकारी जमीन के फर्जीवाड़ा का खुलासा कर दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है।उल्लेखनीय है,कि इसी सरकारी जमीन के खुलासे को लेकर हरसिद्धि के आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की कुछ दिन पूर्व हत्या हो चुकी है।
हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार