अनूपपुर:  16 दिनों से दो हाथियों की दहशत, राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र से वापस अनूपपुर वन परिक्षेत्र लौटे
अनूपपुर, 8 जनवरी (हि.स.)। दो हाथियों का समूह पिछले दो दिनों से जिले के राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र के ग्रामों में ग्रामीणों के घरों एवं खेत-बाडियों में तोड़फोड़ कर,वहां रखे अनाजों को अपना आहार बनाया। जहां एक झोपड़ी एवं 6 किसानों के खेतों में लगी फसलो
रात में फसलाें काे राैदते दाेनाे हाथी


राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र के ग्रामों में घर काे पहुंचाया नुकशान


अनूपपुर, 8 जनवरी (हि.स.)। दो हाथियों का समूह पिछले दो दिनों से जिले के राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र के ग्रामों में ग्रामीणों के घरों एवं खेत-बाडियों में तोड़फोड़ कर,वहां रखे अनाजों को अपना आहार बनाया। जहां एक झोपड़ी एवं 6 किसानों के खेतों में लगी फसलों को रौदा और खाया मंगलवार की रात अनूपपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम गोबरी के जंगल अराम करने की सूचना हैं। देर रात किस ओर पहुंचकर तांडव मचाएंगे यह रात होने पर ही पता चल सकेगा। वहीं ग्राम पंचायत पंगना के बांकाटोला में हाथियों के निरंतर आने एवं जाने से परेशान ग्रामीणों ने वनविभाग के गश्ती दल पर नाराजगी व्यक्त की, जिस पर कोतवाली पुलिस ग्रामीणों को अपनी समस्याओं को जिला स्तर पर अधिकारियों के समक्ष लिखित रूप से रखे जाने का बात कही गई।

16वें दिन बुधवार को जिले के राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र से जैतहरी वन परिक्षेत्र के बीट गोबरी के जंगल में पुन: लौट कर विश्राम रहे हैं। दोनों हाथी पिछले दो दिनों से राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत एवं बीट पटना अंतर्गत बैहार एवं गिरवी से लगे जंगलों में रूकने के बाद रात में ग्रामीणों के घरों एवं खेत-बाडियों में तोड़फोड़ कर,वहां रखे अनाजों को अपना आहार बनाने के बाद मंगलवार की रात अनूपपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम लखनपुर,दुधमनिया एवं पगना के बांका में विचरण करते हुए ग्राम गोबरी सहित ठेगरहा, भदराखार में विचरण करते हुए एक झोपड़ी एवं 6 किसानों के खेतों में लगी फसलों को आहार बनाया। बुधवार की सुबह झुरहीतालाब,ठाकुरबाबा के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं। जो देर रात किस ओर पहुंचकर तांडव मचाएंगे यह रात होने पर ही पता चल सकेगा।

हाथियों के निरंतर जिले में विचरण होने पर जिला प्रशासन का गश्ती दल हाथी प्रभावित क्षेत्र में ग्रामीणों के साथ निरंतर नजर रखते हुए ग्रामीणों को सजक तथा सतर्क रहने की समझाईस दे रहा हैं। इस दौरान हाथी प्रभावित क्षेत्रो में बिजली आपूर्ति हाथियों की सुरक्षा को देखते हुए बंद रखी जा रही है, साथ ही पटवारियो द्वारा हाथियों द्वारा किए जा रहे नुकसान का स्थल निरीक्षण कर मुआवजा प्रकरण तैयार कर रहे है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला