जबलपुर : घरों में चोरी का हुआ खुलासा, पकड़ा गया शातिर बदमाश 
जबलपुर, 8 जनवरी (हि.स.)। हत्या सहित करीब 14 मामलों में शामिल बदमाश अपने साथी के साथ मिलकर शहर में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। कोतवाली थाना अंतर्गत दिनेश बाजपेयी निवासी स्टेट बैंक कालोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अपने परिवार के साथ घर में त
घरों में चोरी का खुलासा.. पकड़ा गया शातिर निकला मर्डर का आरोपी


जबलपुर, 8 जनवरी (हि.स.)। हत्या सहित करीब 14 मामलों में शामिल बदमाश अपने साथी के साथ मिलकर शहर में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। कोतवाली थाना अंतर्गत दिनेश बाजपेयी निवासी स्टेट बैंक कालोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अपने परिवार के साथ घर में ताला लगाकर अपनी कार से घूमने के लिये मैं निकला था। रात को जब वापस आया, बाहर के गेट का ताला लगा था। उसकी नजर घर की बालकनी पर पड़ी पत्नी की साड़ी बालकनी से बंधी होकर लटकती हुई दिखी। शंका होने पर घर के ताले को खोलकर सीडियों से ऊपर जाकर देखा तो ऊपर बने हॉल के दरवाजे का ताला कुन्दा सहित टूटा हुला था। अंदर पत्नी की दोनों अलमारियों के ताले टूटे हुये थे एवं लोकर का भी ताला टूटा हुआ था। अलमारियों का समान खुला पड़ा था। कमरों में रखी अलमारियों में रखे गोल्ड व सिल्वर की ज्वैलरी गायब थी।

दरअसल, दिनेश बाजपेयी की आई इस श‍िकायत के बाद सक्र‍िय हुई पुल‍िस ने चोरों की तलाश शुरू की। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जाँच करने पर किशन कुशवाहा को उसमें अपराध करते हुए देखा गया, ज‍िसके बाद क्षेत्रीय बस स्टेन्ड दमोह नाका से घेराबंदी कर उसे पकड़ ल‍िया गया है। पुलि‍स द्वारा कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपने साथी सुनित दाहिया का चौरी करने के अपराध में शाम‍िल होने की बात कबूली है। आरोपि‍त ने बताया उसने अपने एक म‍ित्र के साथ मिलकर सूने घर के ताले तोडक़र चोरी करने का काम किया तथा चुराये हुये सोने चांदी के जेवर कछियाना मोहल्ला थाना पनागर स्थित निर्माणाधीन कमरे में जमीन के नीचे छिपाकर रखना बताया।

उल्लेखनीय है कि पकड़ा गया आरोपी किशन कुशवाहा एक शातिर नकबजन एवं वाहन चोर है जिसके विरुद्ध पनागर, गढ़ा, लार्डगंज, मदनमहल, संजीवनी नगर, गोहलपुर, विजय नगर, मझोली, कटंगी में 14 अपराध हत्या, लूट चोरी, मारपीट आर्म्स एक्ट एवं विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, के अपराध पंजीबद्ध है। आरोपी से पूछताछ में कई चोरी की वारदातों का खुलासा हुआ है।

हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक