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कोलकाता, 08 जनवरी (हि. स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को छात्र सप्ताह के समापन समारोह में 'कन्याश्री' योजना को लेकर बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस योजना के तहत एक करोड़ छात्राओं को जोड़ने का लक्ष्य रखती है। वर्तमान में इस योजना का लाभ 89 लाख छात्राओं को मिल चुका है।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा से जुड़ी अन्य योजनाओं की जानकारी भी दी। उनके अनुसार :
सबुजसाथी योजना : 1.27 करोड़ छात्रों को साइकिल मिली।
ऐक्यश्री योजना : 4.15 करोड़ लाभार्थी।
शिक्षाश्री योजना : 1.39 करोड़ छात्रों को लाभ।
मेधाश्री योजना : 6.68 लाख छात्रों को अनुदान।
स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप : 32.60 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति।
स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड : 81 हजार छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए ऋण।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि शिक्षा से संबंधित योजनाओं के माध्यम से अब तक लगभग सात करोड़ छात्र लाभान्वित हुए हैं।
दरअसल 'कन्याश्री' योजना का उद्देश्य 18 साल से पहले लड़कियों की शादी रोकना और उन्हें शिक्षा से जोड़ना है। यह योजना ममता सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में से एक मानी जाती है।
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विपक्ष बोला - आंकड़ों से सच्चाई नहीं छुपाई जा सकती
मुख्यमंत्री के इन आंकड़ों पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राजर्षि लाहिड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री के आंकड़े भ्रष्टाचार को छुपाने की कोशिश हैं। पश्चिम बंगाल की शिक्षा व्यवस्था का हाल सभी जानते हैं।
वहीं, माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि तृणमूल सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। पिछले 10 वर्षों में सरकारी और सरकार पोषित स्कूलों में छात्रों की संख्या कितनी कम हुई है, इसका भी आंकड़ा पेश करें।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर