जामुगुरी उमावि के 'गौरवोज्ज्वल शताबदी महोत्सव' में शामिल मंत्री पीयूष
- सामाजिक जिम्मेदारी और माता-पिता के प्रति सम्मान के बिना कोई समाज में सम्मानित और स्वीकार्य नहीं हो सकताः मंत्री पीयूष हजारिका गुवाहाटी, 07 जनवरी (हि.स.)। असम सरकार के जल संसाधन, सूचना और जनसंपर्क विभाग के मंत्री और शोणितपुर जिले के अभिभावक मंत्री
जामुगुरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 'गौरवोज्ज्वल शताबदी महोत्सव' में शामिल हुए मंत्री पीयूष हजारिका की तस्वीर।


जामुगुरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 'गौरवोज्ज्वल शताबदी महोत्सव' में शामिल हुए मंत्री पीयूष हजारिका की तस्वीर।


- सामाजिक जिम्मेदारी और माता-पिता के प्रति सम्मान के बिना कोई समाज में सम्मानित और स्वीकार्य नहीं हो सकताः मंत्री पीयूष हजारिका

गुवाहाटी, 07 जनवरी (हि.स.)। असम सरकार के जल संसाधन, सूचना और जनसंपर्क विभाग के मंत्री और शोणितपुर जिले के अभिभावक मंत्री पीयूष हजारिका ने मंगलवार शोणितपुर जिले के जामुगुरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के गौरवोज्ज्वल शताबदी महोत्सव के पुस्तक विमोचन और सार्वजनिक सभा में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। विधायक पद्म हजारिका और गणेश लिम्बू सहित कई विशिष्ट व्यक्तियों की उपस्थिति में मंत्री ने विद्यालय के प्राचीन इतिहास और समाज के विकास में इसके योगदान को सराहा।

मंत्री ने कहा कि 100 साल पहले जब बड़े जामुगुरीहाट क्षेत्र में पहला शैक्षिक संस्थान स्थापित किया गया था, तब यह दूरदर्शी लोगों की प्रेरणा का परिणाम था। शोणित कोंवर गजन बरूवा, प्रसिद्ध नाटककार भोला कटकई, अभिनेता लक्ष्मी बरठाकुर और साहित्य अकादमी से सम्मानित राधिका मोहन भागवती जैसे महान व्यक्तित्व इस विद्यालय से जुड़े रहे हैं, जिससे यह न केवल शोणितपुर, बल्कि समूचे राज्य के अग्रणी विद्यालयों में से एक बन गया है।

मंत्री ने यह भी कहा कि इस विद्यालय के सात छात्रों ने उच्च और उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में राज्य के शीर्ष 10 स्थानों में अपनी जगह बनाई है। इसके अलावा, प्राचीन और प्रख्यात सरकारी सेवाओं में कई पूर्व छात्र स्थापित हुए हैं।

मंत्री ने उपस्थित छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि भारतीय नागरिक आज विश्व के प्रमुख संस्थानों में शीर्ष पदों पर हैं, विशेषकर कंप्यूटर और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में। उन्होंने उदाहरण के तौर पर माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, ट्विटर और विश्व बैंक जैसी वैश्विक कंपनियों में भारतीय नागरिकों की सफलता का उल्लेख किया।

मंत्री ने छात्रों को शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यदि हम जीवन में सफल होना चाहते हैं तो हमें सही तरीके से पढ़ाई करनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के साथ-साथ हमें समाज के प्रति जिम्मेदार भी होना चाहिए और अगर कोई व्यक्ति अपने माता-पिता और गुरु का सम्मान नहीं करता, तो वह कभी समाज में सम्मानित नहीं हो सकता।

अंत में, मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने विद्यालय के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए आठ करोड़ रुपये की निधि मंजूर की है, और सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण विभाग से भी 20 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाएगी। आज की सभा में मंत्री ने बृहत्तर जामुगुरीहाट क्षेत्र के सांस्कृतिक आंदोलन की रूपरेखा नामक पुस्तक का भी विमोचन किया।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश