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कोलकाता, 07 जनवरी (हि. स.)। पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल विधायक मानिक भट्टाचार्य द्वारा जेल में इलाज के खर्च का बिल जमा करने पर विवाद खड़ा हो गया है। पालाशीपाड़ा से विधायक भट्टाचार्य के इस कदम पर विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने गंभीरता से विचार करते हुए कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ली और प्रेसिडेंसी जेल के अधीक्षक को तलब किया।
मानिक भट्टाचार्य को शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। लंबे समय तक जेल में रहने के बाद हाल ही में जमानत पर रिहा हुए भट्टाचार्य ने विधानसभा में अपने इलाज से जुड़े कई बिल जमा किए। इन बिलों की जांच के दौरान यह पाया गया कि कुछ खर्च जेल में इलाज के दौरान हुए थे।
सामान्य नियमों के अनुसार, विधायक स्वयं या अपनी पत्नी के इलाज का खर्च विधानसभा से प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, जेल में बंद कैदियों के इलाज का खर्च जेल प्रशासन उठाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि भट्टाचार्य ने जेल में इलाज के बिल क्यों और कैसे जमा किए।
सूत्रों का कहना है कि यदि कोई इलाज उनकी गिरफ्तारी से पहले शुरू हुआ था और जेल में रहने के दौरान भी जारी रहा, तो भट्टाचार्य ऐसे खर्चों की प्रतिपूर्ति के लिए योग्य हो सकते हैं। लेकिन यह मामला नैतिक और प्रक्रिया से जुड़ी जटिलताओं को जन्म देता है।
विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि बिलों की जांच की जा रही है, और निष्कर्ष के आधार पर उचित कदम उठाए जाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर