मप्रः सीहोर में जूनियर इंजीनियर 15 हजार, सारंगपुर में लेखापाल चार हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार
सीहोर, 7 जनवरी (हि.स.)। भोपाल की लोकायुक्त पुलिस टीम ने मंगलवार को सीहोर और सारंगपुर में कार्रवाई करते हुए दो रिश्वतखोर अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। पहला मामला सीहोर का है, जहां जूनियर इंजीनियर को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया, जब
सारंगपुर में लोकायुक्त की कार्रवाई


सीहोर, 7 जनवरी (हि.स.)। भोपाल की लोकायुक्त पुलिस टीम ने मंगलवार को सीहोर और सारंगपुर में कार्रवाई करते हुए दो रिश्वतखोर अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। पहला मामला सीहोर का है, जहां जूनियर इंजीनियर को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया, जबकि दूसरा मामला सारंगपुर का है, जहां एक लेखापाल चार हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है।

लोकायुक्त द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सीहोर के नापला खेड़ी में मंगलवार को छापामार कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के जूनियर इंजीनियर मनोज यादव को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपित जूनियर इंजीनियर मनोज यादव ने घंसौदा निवासी देवनारायण से ट्रांसफार्मर बंद करने की धमकी दी थी। देवनारायण से उसने 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस पर देवनारायण ने लोकायुक्त से शिकायत की थी। शिकायत के बाद लोकायुक्त ने नापला खेड़ी स्थित विद्युत वितरण कंपनी के कार्यालय में छापा मारा।

वहीं विद्युत वितरण कंपनी के सुपरवाइजिंग इंजीनियर सुधीर शर्मा ने कहा कि उन्हें इस छापेमारी की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कई अधिकारियों से पूछा, लेकिन पुष्टि नहीं हो सकी। जूनियर इंजीनियर को फोन भी किया, लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ था। हैदरगंज तहसील निवासी शिकायतकर्ता देवनारायण रघुवंशी का कहना है कि एक साल से मेरे ट्रांसफार्मर को जेई मनोज यादव बंद करने की धमकी दे रहे थे। जब प्रार्थना की तो मुझसे 30 हजार रुपये मांगे गए। काफी मिन्नतें करने पर 15 हजार रुपये में माने। फिर देवनारायण रघुवंशी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त भोपाल से की।

वहीं, राजगढ़ जिले के सारंगपुर विकासखंड में लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को औचक कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग में पदस्थ एक लेखापाल हेमंत कुमार दांगी को चार हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा है। आरोपित के खिलाफ एक निजी स्कूल संचालक ने शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपित ने स्कूल संचालक से आरटीई के तहत गरीब बच्चों के शुल्क की प्रतिपूर्ति के बदले में रिश्वत की मांग की थी।

लोकायुक्त भोपाल की निरीक्षक रजनी तिवारी ने बताया कि अकन्याखेड़ी गांव निवासी सूरज सिंह तोमर ने शिकायत दर्ज कराई थी, जो करौंदी में प्राइवेट स्कूल संचालित करते हैं। फरियादी ने आरटीई के तहत दाखिला लेने वाले 49 बच्चों की शुल्क प्रतिपूर्ति का प्रस्ताव बनाकर आनलाइन पोर्टल पर भेज दिया था। अगस्त 2024 में उन्हें भुगतान कर दिया गया था, लेकिन कुछ बच्चों का भुगतान रोक लिया गया था। हेमंत कुमार दांगी ने इस राशि के भुगतान के बदले में कमीशन की मांग की थी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर