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मुंबई, 06 जनवरी (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में मुंबई में एडवांटेज असम 2.0 शिखर सम्मेलन के लिए रोड शो का आयोजन किया गया। रोड शो का नेतृत्व असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत ने असम सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रमुख उद्योगपतियों के साथ किया। इस आयोजन ने असम के अभूतपूर्व आर्थिक परिवर्तन को उजागर करने और विविध क्षेत्रों में राज्य की निवेश क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए एक रणनीतिक मंच के रूप में कार्य किया। बैठकों के दौरान डॉ. सरमा और असम के प्रतिनिधिमंडल ने टाटा समूह, महिंद्रा समूह, अडानी समूह, लार्सन एंड टुब्रो, डी-मार्ट, एस्सार समूह, वेलस्पन समूह और पीरामल समूह जैसी कंपनियों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। प्रत्येक बातचीत में क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रणनीतिक साझेदारी का पता लगाया गया।
रोडशो में दर्शकों को संबोधित करते हुए डॉ. हिमंत सरमा ने कहा कि उन्होंने व्यापार के अनुकूल वातावरण बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए असम के एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में तेजी से परिवर्तन पर जोर दिया। उन्होंने कहा, असम रणनीतिक रूप से स्थित है और गुवाहाटी से उड़ान भरने के 3 घंटे के भीतर, उद्योग लगभग 14 देशों में दुनिया की 30 प्रतिशत आबादी तक पहुंच सकते हैं। इस प्रकार, असम को व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक आदर्श केंद्र के रूप में बनाना। यह भारत में सबसे शांतिपूर्ण गंतव्यों में से एक है, जो एक बढ़ते जीएसडीपी के साथ व्यापक विकास के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने बुनियादी ढांचे के विकास पर राज्य के फोकस पर आगे चर्चा करते हुए कहा, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, असम ने 2014 के बाद तेजी से बुनियादी ढांचे के विकास का अनुभव किया है, जिसमें सडक़, रेलवे और डिजिटल कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में 65,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया है। डॉ. सरमा ने असम को एक विनिर्माण केंद्र बनने की अपनी महत्वाकांक्षा व्यक्त करते हुए कहा, हम आने वाले वर्षों में असम को एक विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए पीएम मोदी से प्रेरणा लेकर काम कर रहे हैं। उन्होंने टाटा समूह की भूमिका को स्वीकार करते हुए कहा, हम इस मिथक को ध्वस्त करने के लिए टाटा समूह के आभारी हैं कि पूर्वोत्तर भारत में महत्वपूर्ण निवेश नहीं हो सकता है। डॉ. सरमा ने निवेश के अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला, इस बात पर जोर देते हुए कि एक बार जब निवेशक असम आते हैं, तो वे छोडऩा नहीं चाहते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार प्रत्येक निवेशक के लिए एक अनुकूलित दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा, हम पारदर्शिता और निवेश के अनुकूल नीतियों में विश्वास करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि निवेश के सभी स्तरों, चाहे वे बड़े हों या छोटे, के साथ समान व्यवहार किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने उल्लेख किया कि राज्य ने एक अनूठी निवेश नीति बनाई है, जिसमें कहा गया है, हमने एक एकल-पंक्ति निवेश नीति बनाई है जो उद्योग की जरूरतों के लिए अनुकूलित है। प्रत्येक उद्योग की अलग-अलग आवश्यकताएँ होती हैं और हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हम उन्हें पूरा करें।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव