पूसीरे स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए 142 स्टेशनों पर संचालित हैं “ओएसओपी” स्टॉल 
गुवाहाटी, 6 जनवरी (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) के क्षेत्राधिकार के अधीन 142 रेलवे स्टेशनों पर एक स्टेशन एक उत्पाद (ओएसओपी) आउटलेट संचालित हाे रहे हैं। जिससे रेलवे स्टेशन पर स्थानीय और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और बिक्री के लिए केंद्र
पूसीरे के 142 स्टेशनों पर स्थापित “ओएसओपी” स्टॉल का दृश्य।


पूसीरे के 142 स्टेशनों पर स्थापित “ओएसओपी” स्टॉल का दृश्य।


गुवाहाटी, 6 जनवरी (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) के क्षेत्राधिकार के अधीन 142 रेलवे स्टेशनों पर एक स्टेशन एक उत्पाद (ओएसओपी) आउटलेट संचालित हाे रहे हैं। जिससे रेलवे स्टेशन पर स्थानीय और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और बिक्री के लिए केंद्र चल रहे हैं।

पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने साेमवार काे बताया है कि यह पहल स्थानीय कारीगरों को वोकल फॉर लोकल मिशन को बढ़ावा देते हुए अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और विपणन को सशक्त बनाने काम पूसीरे कर रही है। ट्रेन यात्री अब अपनी यात्रा के दौरान ओएसओपी आउटलेट पर स्थानीय हस्तशिल्प, हथकरघा, कपास उत्पादों और अन्य हस्तनिर्मित कलाकृतियों की खरीद कर सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि ओएसओपी योजना के अंतर्गत पूसीरे के अधीन उक्त स्टेशनों पर असमिया पिठा (चावल के केक), पारंपरिक असमिया गामोछा, पारंपरिक स्वदेशी पोशाक, जापी, स्थानीय वस्त्र, जूट उत्पाद (टोपी, गुड़िया, गामोछा), बांस और बेंत के उत्पाद, दार्जिलिंग चाय, स्थानीय रूप से निर्मित डिजाइनर चूड़ियां, हार, झुमके, हेयर क्लिप और अन्य खाद्य पदार्थों सहित विभिन्न प्रकार के विशिष्ट तथा अमूल्य उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा हैं। पूसीरे के क्षेत्राधिकार में 31 दिसंबर 2024 तक पांच मंडलों के 142 स्टेशनों में ओएसओपी आउटलेट संचालित हैं। इनमें असम राज्य में 79, पश्चिम बंगाल में 43, बिहार में 13, त्रिपुरा में 4, अरुणाचल प्रदेश में 2 और नगालैंड में एक आउटलेट हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय