नाथद्वारा में राष्ट्रीय बालसाहित्य समारोह संपन्न
उदयपुर, 6 जनवरी (हि.स.)। नाथद्वारा साहित्य मंडल में आयोजित श्री भगवतीप्रसाद देवपुरा स्मृति एवं राष्ट्रीय बालसाहित्य समारोह सोमवार को संपन्न हुआ। इस दो दिवसीय आयोजन में देशभर के साहित्यकारों ने हिस्सा लिया और बाल साहित्य के संवर्धन पर अपने विचार व्यक्
मेवाड़ की गौरवमयी संस्कृति में साहित्य का भी अमूल्य योगदान : जगजितेन्द्र


उदयपुर, 6 जनवरी (हि.स.)। नाथद्वारा साहित्य मंडल में आयोजित श्री भगवतीप्रसाद देवपुरा स्मृति एवं राष्ट्रीय बालसाहित्य समारोह सोमवार को संपन्न हुआ। इस दो दिवसीय आयोजन में देशभर के साहित्यकारों ने हिस्सा लिया और बाल साहित्य के संवर्धन पर अपने विचार व्यक्त किए। समारोह की अध्यक्षता भीलवाड़ा के जगजितेंद्र सिंह ने की। उन्होंने मेवाड़ की गौरवशाली संस्कृति और साहित्य के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बाल साहित्य और लोकसंस्कृति के प्रति नई पीढ़ी में जागरूकता लाने का एक उत्कृष्ट माध्यम हैं।

कार्यक्रम के संयोजक श्यामप्रकाश देवपुरा ने बताया कि समारोह के दौरान विभिन्न सत्रों में साहित्यिक चर्चाएं हुईं और रचनाओं का विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि सुरेंद्र सार्थक और विशिष्ट अतिथियों में वीरेंद्र लोढ़ा, आनंद प्रजापति और ओमप्रकाश 'आजाद' ने समारोह को संबोधित किया।

समारोह की शुरुआत प्रभु श्रीनाथजी और मां शारदा के पूजन-अर्चन के साथ हुई। पं. ओमप्रकाश पांडे ने श्लोक वाचन किया। इसके बाद एंजल गांधी ने गणपति वंदना और कुमारी सृष्टि ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। मांडगायक हिदायत खां चुई और उनके साथियों ने राजस्थानी लोकगीतों की प्रस्तुति देकर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

सत्रों के दौरान बाल साहित्य से संबंधित विभिन्न विषयों पर लेखकों ने अपने विचार व्यक्त किए। विमला नागला ने लोरियों के लोक में बालक, ऋचा रावत राया ने बाल कविताओं में सूरज, चंदा और तारे, रेखा लोढ़ा 'स्मित' ने बालखानियों में राष्ट्र प्रेम, और नरेंद्र निर्मल ने बाल साहित्य में पशु-पक्षियों का संसार विषय पर आलेख प्रस्तुत किए।

समारोह के दौरान नगेन्द्र कुमार मेहता की बाल कविताओं का संग्रह हम बालक लड्डू गोपाल का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर कई साहित्यकारों को सम्मानित भी किया गया। कर्नल प्रवीण शंकर त्रिपाठी, मीनू त्रिपाठी और पारस चंद जैन को बालसाहित्य भूषण उपाधि प्रदान की गई। मांडगायक हिदायत खां चुई को ताराचंद भंडारी स्मृति सम्मान और लोक कला मर्मज्ञ उपाधि से अलंकृत किया गया।

लोकार्पण सत्र में मीनू त्रिपाठी की हरियाली की ओर, वेद प्रकाश अग्निहोत्री की पकड़ा गया प्रभात और श्यामपलट पांडे की धरती ने मनाया त्योहार जैसी कृतियों का विमोचन हुआ। समारोह में उदयपुर के वरिष्ठ पत्रकार राजेश वर्मा को पत्रकारश्री उपाधि से सम्मानित किया गया। वर्मा लम्बे समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं और विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में सेवाएं दे चुके हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता