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रीवा, 6 जनवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में डिजिटल अरेस्ट के बाद एक महिला अतिथि शिक्षक द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बदमाश लगातार फोन कर उसे धमका रहे थे। कह रहे थे कि उसने चोरी का सामान मंगाया है। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने और गिरफ्तार करने की बात कह रहे थे। बदमाशों ने महिला को दो वीडियो भी भेजे। जिसमें पुलिस और आर्मी जैसी वर्दी पहने लोग नजर आ रहे हैं। ये सब देख वह घबरा गई। परेशान होकर रविवार शाम को उसने जहर खा लिया। परिजन उसे रीवा के संजय गांधी अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सोमवार को पोस्टमार्टम होने के बाद मऊगंज पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने कहा कि महिला द्वारा इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज नहीं कराई गई थी। हालांकि, अब हम पूरे मामले की जानकारी लेकर साइबर सेल की टीम से जांच कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया है कि अतिथि शिक्षका के व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से फोन आया, जालसाज ने खुद को पुलिस का बड़ा अधिकारी बताया। बाद में वीडियो कॉलिंग के माध्यम से उसने महिला से बात भी की महिला ने देखा कि वीडियो कॉलिंग पर मौजूद शख्स पुलिस की वर्दी पहने हुए हैं। इतना ही नहीं बल्कि बाद में साइबर ठग ने महिला को कई वीडियो भी भेजे, जिसमें बताया गया कि पुलिस के अधिकारियों की मीटिंग हो रही है। मीटिंग खत्म होने के बाद तुम्हारे घर पर पुलिस के लोग जाएंगे और तुम्हें गिरफ्तार कर लेंगे। अगर तुम मोबाइल फोन भी बंद करती हो तो भी बच नहीं पाओगी। साइबर ठगों द्वारा भेजा गया जो वीडियो हम आपको दिखाने जा रहे हैं।उसे देखकर आप खुद भी हैरान रह जाएंगे।
मऊगंज के वार्ड क्रमांक 12 निवासी रेशमा पांडे पत्नी विनायक पांडे शासकीय हाई स्कूल पन्नी में अतिथि शिक्षक के पद पर पदस्थ थी, लेकिन एक दिन अचानक उनके व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से वॉइस कॉल आता है। फोन करने वाला व्यक्ति खुद को पुलिस का बड़ा अधिकारी बताता है। उसने रेशमा पांडे से किसी अपराध के संबंध में बात की और कहा कि नजदीकी थाने से पुलिस के लोग आएंगे और तुम्हें गिरफ्तार कर लेंगे। रेशमा पांडे के पति विनायक पांडे जो बहुती जलप्रपात स्थित कूड़ा महाराज के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए हुए था। जो अब तक घर नहीं आ पाए थे। कई दिनों से रेशमा पांडे अपने दो बच्चों के साथ घर पर रह रही थी लेकिन तभी साइबर ठग ने उन्हें पुलिस अधिकारी बन के फोन किया और उन्हें ब्लैकमेल करने लगा। रेशमा पांडे साइबर ठग के झांसे में आ गई। जानकारी के अनुसार साइबर ठग पिछले कई दिनों से उन्हें परेशान कर रहा था। बार-बार उनके पास अनजान नंबर से फोन, वीडियो कॉलिंग और व्हाट्सएप पर वॉइस कॉलिंग आ रहे थे। काफी परेशान होने के बाद रेशमा ने उन्हें 22000 भी ट्रांसफर कर दिए लेकिन इसके बाद भी साइबर ठगों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा।
साइबर ठग उनसे बार-बार कहते रहे कि अगर तुम 50,000 ट्रांसफर कर दोगी तो तुम्हें इस केस से बाहर कर दिया जाएगा। परेशान होकर रेशमा ने 22000 तो ट्रांसफर कर दिए लेकिन 50,000 उनके पास नहीं थे। अंत में परेशान होकर रेशमा ने किसी को बिना बताए ही जहर का सेवन कर लिया। जिसे इलाज के लिए रविवार की रात संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां चल उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। महिला की मौत के बाद महिला के देवर मनीष पांडे द्वारा लगाए गए आप के बाद मामला उजागर हो सका। मनीष द्वारा ही उक्त वीडियो भी पुलिस को उपलब्ध कराए गए हैं पुलिस पूरे मामले में अब वीडियो के आधार पर साइबर सेल की टीम की मदद से मामले की जांच कर रही है।
पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने सोमवार देर शाम मामले की जानकारी देते हुए बताया कि डिजिटल अरेस्ट की शिकार हुई एक महिला ने जहर खाकर आत्महत्या की है। हम पूरे मामले में बयान दर्ज कर मामले की जांच साइबर सेल की टीम से कर रहे हैं। महिला की मौत के पहले इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी। यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि महिला ने किस कारणवस और किन परिस्थितियों में आत्महत्या की है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर