चंडीगढ़ विवि अगली पीढ़ी का भविष्योन्मुखी कैंपस उन्नाव में करेगी स्थापित
एआई द्वारा संवर्धित बहु-विषयक शिक्षा प्रदान की जाएगी
उच्च शिक्षामंत्री रहे मौजूद


लखनऊ, 06 जनवरी (हि.स.)। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) द्वारा उत्तर प्रदेश के लखनऊ राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) के उन्नाव में अपनी तरह का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सक्षम अगली पीढ़ी का भविष्योन्मुखी कैंपस स्थापित करेगी, जिससे 21वीं सदी के छात्रों की बदलती मांगों को पूरा करने के लिए एआई द्वारा संवर्धित बहु-विषयक शिक्षा प्रदान की जा सके। यह जानकारी पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साझा की गई, जहां उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने राज्यसभा सांसद और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू, कैपजेमिनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष मुकेश जैन, सीयू की प्रो-चांसलर प्रोफेसर हिमानी सूद और सीयू के प्रबंध निदेशक जय इंदर सिंह संधू की उपस्थिति में 2025-26 शैक्षणिक सत्र के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ वेब पोर्टल और प्रॉस्पेक्टस लॉन्च किया।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश के विकास के लिए एक प्रमुख विकास इंजन बन गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अगले पांच वर्षों में 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है क्योंकि राज्य का सकल घरेलू उत्पाद मार्च 2025 तक 32 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जो इसे भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करेगा और 1.5 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा। पिछले सात वर्षों में डबल इंजन सरकार के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था, जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले सात वर्षों में 16 नई यूनिवर्सिटियों और वंचित क्षेत्रों में 250 से अधिक कॉलेजों की स्थापना के साथ उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा में एक शैक्षिक केंद्र बन रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने उत्तर प्रदेश में अपना एआई सक्षम परिसर स्थापित किया है। उत्तर प्रदेश में एआई एकीकृत विश्वविद्यालय शुरू करने का समय इससे बेहतर नहीं हो सकता, क्योंकि राज्य सरकार पहले से ही लखनऊ में 70 एकड़ से अधिक क्षेत्र में भारत का पहला एआई शहर स्थापित कर रही है, जबकि राज्य सरकार ने लखनऊ में 10,000 जीपीयू और एआई केंद्र सहित कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। एआई शहर परियोजना के पहले चरण ने पहले ही निजी प्रौद्योगिकी कंपनियों और उद्यम पूंजी फर्मों से 2,500 करोड़ रुपये की प्रारंभिक प्रतिबद्धताएँ आकर्षित की हैं।

उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का एआई एकीकृत कैंपस एआई-संचालित विकास के लिए यूपी सरकार की महत्वाकांक्षाओं के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। राज्य सभा सांसद सतनाम सिंह संधू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एआई की परिवर्तनकारी शक्ति को पहचाना है। भारत, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए राष्ट्रीय रणनीति के माध्यम से एक व्यापक रणनीति विकसित करने वाले पहले देशों में से एक था।

हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र नाथ राय