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दुमका, 5 जनवरी (हि.स.)।मसानजोर डैम से पिकनिक मना लौट रहे सड़क दुर्घटना के शिकार तीन परिवार समेत पूरे शहर में मातम सा माहौल दिनभर छाया रहा। रविवार को दुर्घटना में मृतक के शवों को पोस्टमार्टम पुलिस की मुस्तैदी में कराया गया। दिनभर अस्पताल परिसर परिजनों के चित्कार से गमगीन रहा। दुर्घटना में शिकार शहर के शिवपहाड़, कड़हलबील के बाप-बेटी और पत्नी के शव को देखने के लिए परिवार में जमशेदपुर से रहने वाली छोटी बेटी और सगे संबंधी की रोना-बिलखना होता रहा। वहीं घटना में घायल परिवार का घायल बेटा रौशन दिनभर जबड़े के टूटने से कराहता रहा। बेहतर इलाज के लिए घायल रौशन को डॉक्टरों ने बाहर रेफर कर दिया है। ओटो चालक समेत चारों शवों को पुलिस प्रशासन पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। शवगृह से ही शवों का अंतिम संस्कार के लिए परिजन ले गये।
फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मची रही अफरा तफरी
शनिवार की शाम घटित यह घटना जंगल में आग की तरह फैल गई थी। घटना स्थल से लेकर फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक अफरा तफरी का माहौल बना रहा। घटना स्थल पर ऑटो में फंसे लोगों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाने में स्थानीय लोगों ने अहम भूमिका रही। अस्पताल परिजनों के चीत्कार से दहल उठा। एक साथ 4 शव को देखकर सभी की आंखे नम हो गई।
पूर्व सांसद व जामा विधायक पीड़ित परिवार को दिया सांत्वना
सुबह पूर्व सांसद सुनील सोरेन पीजेएमसीएच पहुंच कर परिजनों से मुलाकात किया। पूर्व सांसद ने परिजनों को सांत्वना दिया। घटना पर दुख व्यक्त करते हुए सरकार से मृतक के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग किया। शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में बिलंब होने पर उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। इसके बाद झामुमों जामा विधायक डॉ लुईस मरांडी भी अस्पताल पहुंची। जहां शव को पोस्टमार्टम कराने और घायलों को देख डॉक्टरों को आवश्यक निर्देश दिए।
ओटो चालक का शिनाख्त, मुआवाजा चालक संघ ने किया मांग
सड़क दुर्घटना में घायल ओटो चालक का रविवार की देर शाम पहचान हुई। मृतक चालक सुमित नाग जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के कड़बिधा का रहने वाला था। वह बांधपाड़ा में रह किराये के मकान में ओटो चलता था। मौत से आहत ओटो चालक चालक संघ और उनके भाई ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बड़े वाहनों का मसानजोर डैम में प्रवेश पर रोक लगनी चाहिए। मेला क्षेत्र होने के कारण तेज गति मालवाहक वाहन से छोटे वाहनों दुर्घटना के शिकार होते है। लोगों को झामुमों जामा विधायक डॉ लुईस मरांडी ने मृतक परिजनों को सांत्वाना देते हुए हर संभव मदद का भरोसा दे समझा-बुझा कर पोस्टमार्टम के लिए राजी किया था।
वोंटिग की यह आखरी तस्वीर साबित हुई
मसानजोर डैम में बोटिंग करते लोगों को कहां पता था कि वह सुरक्षित घर नहीं लौट पाएंगे। इन तस्वीर में जो सर्किल में चेहरा है अब वो इस दुनिया में नहीं रहे। घटना से चंद घंटे पहले की यह तस्वीर है। जब दुमका के कड़हलबिल निवासी संजय साह अपनी पत्नी, बेटा, बेटी और नोनीहाट के रहने वाले साढू के परिवार के सदस्यों के साथ मसानजोर डैम में बोटिंग कर रहे हैं। उस वक्त किसी को कहां पता था कि खिलखिलाता हुआ यह चेहरा अतीत के पन्नों में दफन हो जाएगा। मसानजोर में पिकनिक मनाकर लौटते वक्त घर से महज तीन किलोमीटर दूर और और ट्रक की टक्कर में संजय, उसकी पत्नी पूनम और बेटी मुस्कान के साथ साथ ऑटो चालक की मौत हो गई। जबकि घटना में संजय का बेटा रौशन, उसके साढू की पत्नी उनकी साली सरिता देवी, बेटी लवली और नैंसी कुमारी गंभीर रूप से घायल हो गए। एक झटके में तीन परिवार में मातम छा गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / नीरज कुमार