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जयपुर, 5 जनवरी (हि.स.)। अखिल भारत वर्षीय धर्म संघ, स्वामी करपात्री फाउंडेशन, और वैदिक कायाकल्प संस्थान की ओर से तीर्थराज प्रयागराज में 144 वर्षों बाद कलयुग का सबसे बड़ा महायज्ञ आयोजित किया जाएगा। वैदिक कायाकल्प संस्थान के सचिव सुमित गुप्ता ने बताया कि यह महायज्ञ 13 जनवरी से 12 फरवरी तक पूर्ण महाकुंभ के अवसर पर आयोजित होगा।
यह महायज्ञ 100 कुंडीय द्वादश पुरुषचरनात्मक होमआत्मक, गायत्री स्मारत महायज्ञ, राजराजेश्वरी महायज्ञ, कोटी अर्चन, अष्टादस पुराण पारायण महायज्ञ और चतुर्वेद पारायण महायज्ञ जैसे दिव्य अनुष्ठानों से सुसज्जित होगा। साथ ही, माघी कथा, श्रीमद्भागवत कथा और अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी आयोजित किए जाएंगे। अनुष्ठान के दौरान तीन करोड़ से अधिक आहुतियां अर्पित की जाएंगी, जिसमें रोजाना 451 वैदिक ब्राह्मण आहुतियां देंगे।
महायज्ञ के लिए आवश्यक सामग्री जयपुर सहित पूरे प्रदेश से भेजी जाएगी। साथ ही, आयोजन में शहर के समाजसेवियों और श्रद्धालुओं का विशेष योगदान रहेगा।
सुमित गुप्ता ने बताया कि सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी ने प्रथम यज्ञ तीर्थराज प्रयागराज में ही किया था। इस वर्ष पूर्ण महाकुंभ के दौरान एक दुर्लभ संयोग बन रहा है, जिसमें वैदिक यज्ञ को मंगल कामना का एकमात्र साधन माना गया है।
इस महायज्ञ का आयोजन स्वामी करपात्री फाउंडेशन के बाबा भक्ति प्रकाश (निरोगी बाबा), गायत्री तपोनिष्ठ समर्थ त्रिंबकेश्वर चैतन्य और डॉ. गुण प्रकाश चैतन्यता के सान्निध्य में होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश