300 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा आंजणा धाम, मुख्यमंत्री ने रखी आधारशीला
- राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में शिलान्यास समारोह संपन्न गांधीनगर, 05 जनवरी (हि.स.)। राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी ने रविवार को ‘आंजणा धाम’ का शिलान्
सोने की शिला-ईंट का शास्त्रोक्त विधि से पूजन-मंत्रोच्चार कर ‘आंजणा धाम’ भवन का शिलान्यास करते मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, राज्यपाल आचार्य देवव्रत और अन्य महानुभाव।


विश्व आंजणा फाउंडेशन तथा आंजणा धाम ट्रस्ट द्वारा निर्मित होने वाले ‘आंजणा धाम’ के शिलान्यास अवसर पर मौजूद गणमान्य अतिथि।


- राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में शिलान्यास समारोह संपन्न

गांधीनगर, 05 जनवरी (हि.स.)। राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी ने रविवार को ‘आंजणा धाम’ का शिलान्यास किया। अहमदाबाद-मेहसाणा राजमार्ग पर कलोल के निकट जमीयतपुरा गांव के पास 300 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले भव्य ‘आंजणा धाम’ के शिलान्यास अवसर पर महानुभावों ने दानवीरों व दाताओं का सम्मान भी किया। इस अवसर पर शिकारपुरा आश्रम, राजस्थान के संरक्षक दयारामजी महाराज ने आशीर्वचन दिया। समारोह में उपस्थित संतों व महानुभावों के करकमलों से सोने की शिला-ईंट का शास्त्रोक्त विधि से पूजन-मंत्रोच्चार कर ‘आंजणा धाम’ भवन का शिलान्यास किया गया।

विश्व आंजणा फाउंडेशन तथा आंजणा धाम ट्रस्ट द्वारा निर्मित होने वाले ‘आंजणा धाम’ के शिलान्यास अवसर पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि ‘आंजणा धाम’ केवल विद्यार्थियों को अक्षर ज्ञान देने या समाज के युवाओं को आईएएस-आईपीएस बनाने का केन्द्र न बने, अपितु संस्कारवान मानव का निर्माण का मिशन भी बने, जो समाज का, माता-पिता का तथा राष्ट्र का गौरव बढ़ाए। आंजणा-चौधरी समाज राष्ट्रभक्त समाज है। इस अवसर पर ‘आंजणा धाम’ के लिए दान देने वाले समाज के दानवीर अग्रणियों का राज्यपाल आचार्य देवव्रत तथा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सम्मानित किया। राज्यपाल ने स्वयं भी पांच लाख रुपये के दान की घोषणा की।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि यह शिलान्यास या भूमिपूजन केवल किसी परिसर के निर्माण की आधारशिला नहीं है, बल्कि समृद्ध एवं शक्तिशाली समाज के निर्माण की विशिष्ट दिशा है। ‘आंजणा धाम’ परिसर समाज के युवाओं को उच्च शिक्षा, कॅरियर निर्माण तथा खेल-कूद सहित सर्वांगीण क्षेत्रों में खिलने का पर्याप्त अवसर देने का माध्यम बनेगा।

मुख्यमंत्री ने आंजणा चौधरी समाज की विशेषता काे लेकर कहा कि आंजणा चौधरी समाज तो अर्बुदा माता का वंशज है और समाज ने अपनी सामाजिक शक्ति का परिचय देश-विदेश में भी दिया है। यह ग्राम-संस्कृति, कृषि, दूध उत्पादन तथा पशुपालन क्षेत्र में पसीना बहाकर उपलब्धि के शिखरों को पार करने वाला पुरुषार्थी समाज है। ऐसी सामाजिक शक्ति को सरकार का प्रोत्साहन व सबका सहयोग मिले, तो विकास दुगुना होता है।

‘आंजणा धाम’ के दाता व विधानसभा अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी ने आशा व्यक्त की कि इस अराजनीतिक संस्थान में समाज निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि 11 रुपये का दान भी 11 करोड़ रुपये के बराबर है। यह भाव होना चाहिए कि इस भवन के निर्माण में सभी का छोटा भी योगदान है।

‘आंजणा धाम’ के प्रमुख व मुख्य दाता मणिभाई चौधरी ने कहा कि भगवान ने मुझे इस दान के लिए सक्षम बनाया और समाज ने यह दान स्वीकार किया। इसके लिए मैं समाज का आभारी हूँ। उन्होंने आह्वान किया कि सभी इस संस्था में जुड़कर समाज के हित में अधिक से अधिक दान दें। मणिभाई ने ‘आंजणा धाम’ में 51 करोड़ रुपये का दान दिया है। दाता दिलीपभाई शंकरभाई चौधरी, रमणभाई चौधरी तथा कनुभाई चौधरी ने प्रसंगोचित संबोधन किया। ‘आंजणा धाम’ के महासचिव अमितभाई चौधरी समेत समारोह में गुजरात के विभिन्न जिलों तथा राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं अमेरिका-कनाडा सहित विभिन्न देशों से भी आंजणा चौधरी समाज के दाता, ‘आंजणा धाम’ के ट्रस्टी, अग्रणी भाई-बहनें तथा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सहभागी हुए।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय