महिला ने आग लगाकर जान दी, बचाने में पुत्र भी झुलसा
जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। दिवंगत महिला की बहन शहनाज व पति ने बताया कि 16 वर्ष पहले शादी हुई थी। करीब ढाई वर्ष से रन्नो का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था।
मृतका रनों खाईपार का फोटो है


बांदा, 4 जनवरी (हि.स.)। मानसिक संतुलन ठीक न होने से शुक्रवार रात करीब 11 बजे एक महिला ने केरोसिन डालकर खुद को आग लगा ली। बचाने के दौरान उसका पुत्र भी झुलस गया। उसका उपचार जिला अस्पताल में कराया गया है। जिला अस्पताल में शनिवार तड़के तीन बजे महिला की मौत हो गई।

कानपुर महानगर के डिप्टी पड़ाव मुहल्ला निवासी शमसाद शादी के बाद से अपनी 35 वर्षीय पत्नी रन्नो व बच्चों के साथ बांदा शहर कोतवाली के मुहल्ला खांईपार में किराये के मकान में रहकर कबाड़ की दुकान करता है। शुक्रवार को रात में जब वह सो रहा था उसी दौरान उसकी पत्नी ने अपने ऊपर केरोसिन डालकर आग लगा ली। तेज लपटें उठने से पुत्र हसन की नींद खुली तो उसने पिता को आवाज देकर जगाया। दोनों ने किसी तरह आग बुझाई। इस दौरान रन्नो गंभीर रूप से झुलस गई। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। दिवंगत महिला की बहन शहनाज व पति ने बताया कि 16 वर्ष पहले शादी हुई थी। करीब ढाई वर्ष से रन्नो का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। जिसका कानपुर में उपचार चल रहा था। पति ने यह भी बताया कि वह हमेशा पत्नी को सुलाने के बाद खुद सोता था। लेकिन घटना की रात वह नहीं सोई थी। जबकि नींद आने से वह सो गया था। इसी बीच मौका पाकर उसने यह कदम उठाया है। 16 वर्षीय पुत्र हसन हाथों में बुरी तरह झुलस गया है, उसका उपचार कराया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह