क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक का आईपीओ 07 जनवरी को खुलेगा, प्राइस बैंड 275-290 रुपये प्रति शेयर
मुंबई/नई दिल्ली, 03 जनवरी (हि.स.)। रेलवे सुरक्षा कवच बनाने वाली क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक लिमिटेड कंपनी का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) निवेशकों के लिए 7 जनवरी को खुलेगा। कंपनी ने इसके लिए मूल्‍य का दायरा (प्राइस बैंड) 275-290 रुपये प्रति शेयर तय किया
क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक कंपनी के लोगो का प्रतीकात्‍मक चित्र


मुंबई/नई दिल्ली, 03 जनवरी (हि.स.)। रेलवे सुरक्षा कवच बनाने वाली क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक लिमिटेड कंपनी का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) निवेशकों के लिए 7 जनवरी को खुलेगा। कंपनी ने इसके लिए मूल्‍य का दायरा (प्राइस बैंड) 275-290 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इस आईपीओ के जरिए कंपनी 290 करोड़ जुटाना चाहती है।

कंपनी ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक लिमिटेड का आईपीओ सब्‍सक्रिप्‍शन के लिए 7 जनवरी, 2025 को खुलेगा। निवेशक इस इश्यू के लिए 9 जनवरी तक बोली लगा सकेंगे। कंपनी के शेयर 14 जनवरी को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर लिस्ट होंगे।

क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक लिमिटेड के मुताबिक निवेशक इस इश्‍यू में मिनिमम 50 इक्विटी शेयर या उसके मल्टीपल में बोलियां लगा सकते हैं। खुदरा निवेशक के लिए न्यूनतम निवेश राशि 14 हजार 500 रुपये है। ये आईपीओ पूरी तरह से 290 करोड़ रुपये का एक फ्रेश इश्यू है, जिसमें ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) जैसी कोई पेशकश नहीं है।

कंपनी इश्यू से मिलने वाले फंड में से 149.72 करोड़ रुपये का इस्तेमाल लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल जरूरतों की फंडिंग के लिए करेगी। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के विकास लिए 24.37 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वहीं, कंपनी 23.61 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल अवधि ऋण के सभी या आंशिक हिस्से का पूर्व भुगतान और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्य को पूरा करने के लिए करेगी।

उल्‍लेखनीय है कि क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक लिमिटेड रिसर्च बेस्ड कंपनी है। यह भारतीय रेलवे के लिए न्यू जनरेशन के ट्रेन नियंत्रण और सिग्नलिंग सिस्टम तैयार करती है। ये सिस्टम रेल यात्रियों को हाईएस्ट लेवल की सुरक्षा और विश्वसनीयता प्रदान करता है। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉन बीम विकिरण केंद्र के साथ एक विशेष केबल विनिर्माण सुविधा भी प्रोवाइड करता है। कंपनी के प्रमोटर मोहित वोहरा, अमित धवन, अमृत सिंह रंधावा, रूपिंदर सिंह, विशेष अबरोल और विवेक अबरोल, एक जोत सिंह और राजबीर सिंह रंधावा हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर