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कानपुर, 03 जनवरी (हि.स.)। आईआईटी कानपुर 2024 में 152 इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (आईपीआर) दाखिल कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एक साल में दाखिल किए गए सबसे अधिक आईपीआर के साथ संस्थान लगातार चौथे साल अपनी बढ़त को बनाने में कामयाब रहा। अब तक कुल बारह सौ आईपीआर दाखिल करने के साथ उद्योग भागीदारों के लिए अपनी असाधारण लाइसेंसिंग दर को भी बनाए रखा है।
आईपीआर फाइलिंग में अत्याधुनिक तकनीक के कई क्षेत्र शामिल हैं जिसमें मेडटेक और नैनोटेक्नोलॉजी शामिल हैं। कुछ आविष्कारों में दवा वितरण के लिए एक ट्रांसडर्मल पैच, क्रिप्टोग्राफिक एक्सेलेरेशन के लिए क्रिप्टोसेलर और एक चॉप सॉ मेटल-कटिंग मशीन शामिल है। जिससे पेटेंट में एक हाइब्रिड-संचालित इलेक्ट्रिक टॉवर कार और दरार वृद्धि को मापने के लिए एक कॉन्टैक्टलेस ऑटोमेटेड टूल शामिल है।
इसके अलावा संस्थान ने सात प्रौद्योगिकियों के लिए लाइसेंस ट्रांसफर किये है और दो ग्राउंड-ब्रेकिंग उत्पा एयर सैंपलिंग डिवाइस और मेटामटेरियल क्लोकिंग सिस्टम लॉन्च किए हैं। जो अनुसंधान को मूर्त समाधानों में बदलने की अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।
आईआईटी के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने शुक्रवार काे बतायाा कि साल 2024 में 152 आईपीआर फाइलिंग हासिल करना और स्वीकृत पेटेंट में उल्लेखनीय वृद्धि देखना, अनुसंधान और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के बीच की खाई को पाटने के लिए अग्रणी अनुवादात्मक अनुसंधान के लिए आईआईटी कानपुर की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। हम अपने शोधकर्ताओं, सरकार अन्य हितधारकों और संस्थान के आईपीआर सेल के आभारी हैं, जिन्होंने शिक्षा जगत से उद्योग जगत में प्रौद्योगिकियों को स्थानांतरित करने में उनकी अमूल्य भूमिका निभाई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / Rohit Kashyap