Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
महाकुंभनगर, 21 जनवरी (हि.स.) श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े की छावनी में आगामी 27 जनवरी को होने वाली धर्म संसद को लेकर देवकीनंदन ठाकुर ने संत महापुरुषो के संग बैठक की।
बैठक में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि धर्म संसद महत्वपूर्ण धार्मिक और सामाजिक विषयों पर चर्चा करने के लिए आयोजित की जाती है। उन्होंने कहा कि बैठकों में संत, महापुरुषों और धार्मिक गुरु विभिन्न मुद्दों पर विचार करेंगे, जिनको सुनने के बाद हम किसी नतीजे पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि धर्म संसद में धार्मिक स्वतंत्रता, समाज में नैतिकता की स्थिति, समाज में सुधार और विभिन्न धार्मिक आस्थाओं के बीच समरसता बनाए रखने का मार्ग हमें खोजना होगा।
आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी ने कहा कि धर्म संसद में भाग लेने वाले संतों का उद्देश्य आमतौर पर समाज में धर्म के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ उसके सिद्धांतों पर गंभीर चर्चा करना होता है। इसके अतिरिक्त, इस प्रकार की बैठकों में अक्सर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धर्म से संबंधित ज्वलंत मुद्दों पर भी चर्चा होती है। जिसको लेकर हमें अपना दृष्टिकोण और आपसी सहमति बनाए रखना बेहद जरूरी है। तभी हम किसी नतीजे पर पहुंचेंगे।
महामंडलेश्वर स्वामी हरी चेतनानंद महाराज ने कहा कि धर्म संसद में उठने वाले मुद्दे और धर्म संसद में मुद्दों को लेकर किए जाने वाले सवालों पर भी हमें गौर करना होगा, क्योंकि धर्म संसद संतों के लिए एक संजीवनी साबित होगी।
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि सनातन बोर्ड बनने से सभी संत महापुरुषों के हितों की रक्षा होगी और सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने मे सनातन बोर्ड की अहम भूमिका रहेगी। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रनंद गिरी, अखाड़े के सचिव महंत राम रतन गिरी, महंत दिनेश गिरी महंत ओमकार गिरी, महंत राधे गिरी आदि के संग अनेक संत मौजूद रहे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन