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-यूपी की इकोनॉमी को वन ट्रिलियन डाॅलर बनाने में होगा पर्यटन का अहम रोल
लखनऊ, 2 जनवरी (हि.स.)। घरेलू पर्यटकों की आमद के अनुसार उत्तर प्रदेश लगातार तीसरे साल नंबर एक पर रहा। यह प्रदेश के लिए शुभ संकेत हैं। दरअसल आने वाले हर पर्यटक द्वारा रहने, खाने, परिवहन और खरीदारी का असर स्थानीय स्तर के रोजगार और अर्थव्यवस्था से जुड़ता है। इस खर्च से वहां के लोगों का जीवन स्तर सुधरता है। पर्यटकों द्वारा किया गया यह खर्च कालांतर में उस प्रदेश और देश की अर्थव्यवस्था को सीधे तौर पर प्रभावित करता है।
उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटकों की बढ़ती संख्या शुभ संकेत है। समग्रता में इस सेक्टर की ग्रोथ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस सेक्टर के हर संभव क्षेत्र (इको टूरिज्म, विलेज टूरिज्म, केन टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म आदि) पर फोकस है। उसके मद्देनजर भविष्य में देश के पर्यटन का ग्रोथ इंजन बनेगा।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि योगी सरकार पर्यटकों को वैश्विक स्तर की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। साथ ही उनको अतिथि देवो भव की परंपरा के अनुसार उनको ऐसा सम्मान मिले कि यहां की यादें उनके दिलो दिमाग पर अमिट रूप से चस्पा हो जाय। सरकार इस बाबत भी प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री का मानना है कि ऐसा होने पर हर पर्यटक अपने यहां जाकर यूपी के ब्रांड एंबेसडर का काम करेगा। इसके बाबत सरकार टूरिस्ट गाइड्स का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। कुछ जगहों पर अलग से विशेष रूप से प्रशिक्षित पर्यटन पुलिस भी तैनात की गई है। उत्तर प्रदेश में पर्यटन के बढ़ते क्रेज के मद्देनजर कुछ शिक्षण संस्थाएं शहर विशेष के लिए भी स्पेशल कोर्स शुरू कर रही हैं। मसलन इग्नू ने काशी और आस पास के क्षेत्रों को केंद्र में रखकर टूरिज्म में डिग्री कोर्स चलाने की घोषणा की है। भविष्य में और शैक्षिक संस्थाएं भी ऐसा कर सकती हैं।
पर्यटकों की सुरक्षा, सुविधा और बेहतर आवागमन पर सरकार का फोकस
प्रदेश में अधिक से अधिक संख्या में पर्यटकों का आगमन हो, इसके लिए योगी सरकार उनकी सुरक्षा, सुविधा और बेहतर आवागमन के मद्देनजर लगातार काम कर रही है। मसलन उत्तर प्रदेश मौजूदा समय में सर्वाधिक एक्सप्रेस वे, इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला प्रदेश बन चुका है। कुल मिलाकर प्रदेश में तीन इंटरनेशन एयरपोर्ट संचालित हैं। एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर शीघ्र ही संचालन की स्थिति में आ जाएगा। यहां ट्रायल लैंडिंग हो चुकी है। इसके अलावा प्रदेश में कुल क्रियाशील हवाई अड्डों की संख्या 15 है। इसके अलावा 6 निर्माणाधीन हैं। इसी क्रम में 6 एक्सप्रेस वे संचालित हैं और 7 पर काम चल रहा है। कुछ पाइपलाइन में भी हैं। मेट्रो का विस्तार भी पर्यटकों की यात्रा को सुखद, सुरक्षित और आनंददायक बना रहा है।
अगर सात साल की बात करें तो इस दौरान यूपी में आने वाले घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या 198.08 करोड़ रही। 2025 में प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के मद्देनजर औसत संख्या में करीब 35 से 40 करोड़ तक की वृद्धि हो सकती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन