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देहरादून, 2 जनवरी (हि.स.)। राज्य में चल रहे निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 3 जनवरी से अपना प्रचार अभियान शुरू करेगी। इसके तहत बूथ स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन के साथ मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा सांसद और मंत्री भी सभाएं करेगे। पार्टी ने अधिकृत उम्मीदवार के पक्ष में अधिकांश नाम वापसी पर संतुष्टि जताई और पूर्व विधायक राजकुमार ठकराल के अनुरोध पर केंद्रीय नेतृत्व शीघ्र निर्णय कोई लेने की बात की है।
पार्टी मुख्यालय पर गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सरकार और संगठन की तरह निकायों में भी युवाओं को तरजीह देने के लिए केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, फिर स्वयं उनको मौका दिया गया और अब देहरादून में सौरभ थपलियाल और हल्द्वानी में गजराज बिष्ट को अवसर दिया। सभी युवा मोर्चा पदाधिकारी और छात्र राजनीति से जुड़े रहे हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ नामांकन करने वाले लगभग सभी कार्यकर्ताओं ने अपना नामांकन वापस ले लिया है, लेकिन कुछ लोगों के न मानने पर पार्टी अनुशासनहीनता की कार्यवाही करेगी। ऐसे लाेगाें काे पार्टी से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया जाएगा। उन्होंने नामांकन वापस लेने वालाें के प्रति सम्मान जताया। अब सभी मिलकर भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी को जिताने के लिए कार्य करेंगे।
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल को लेकर पूछे सवाल का ज़बाब देते हुए कहा कि वे अभी किसी भी पार्टी से संबंद्ध नहीं हैं, इसलिए उन्होंने और उनके भाई ने नामांकन किया। फिलहाल उन्होंने मुख्यमंत्री और मुझसे मुलाकात कर पार्टी में शामिल होने का आग्रह किया है। लिहाजा एक पूर्व विधायक होने के नाते केंद्रीय नेतृत्व ही इस विषय पर निर्णय लेने के लिए सक्षम है।
महेंद्र भट्ट ने विधायक अरविंद पांडे के बयानों पर कहा कि वे पार्टी के विधायक हैं। अपने कार्यकर्ताओं और अपने शुभचिंतकों को अवसर दिलाना प्रत्येक की इच्छा रहती है। इस संबंध में उनसे बात हुई है और उन्हें बताया गया है कि ऐसे सभी विषयों को उचित फोरम पर ही उठाया जाए।
नामांकन निरस्त करने के कांग्रेस के आरोप पर उन्होंने पलटवार कर कहा कि पूर्णतया संवैधानिक प्रक्रिया एवं नियमावली के तहत ही सभी नामांकन की जांच हुई है। ऐसे में जो आवेदन नियमों के तहत नहीं पाए गए या त्रुटियां पाई गई हैं, उन्हें निरस्त किया गया है। जिसमें कुछ एक भाजपा के भी हैं। अब चूंकि निरस्त नामांकनों में बड़ी संख्या कांग्रेस की है तो उनके नेतृत्व को विचार करना चाहिए कि वे क्यों ऐसे अयोग्य एवं अनाधिकृत लोगों को टिकट देते हैं। उन्होंने तंज किया कि कांग्रेस नेतृत्व एवं उनके विधायक आदि सभी अधिकांशतया भ्रष्ट, अपराधिक एवं अक्षम लोगों से घिरे रहते हैं और उन्हें ही टिकट दिलाने की पैरवी करते हैं। संवैधानिक प्रक्रिया पर उंगली उठाने की बजाय कांग्रेस काे अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
इस माैके पर प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि नाम वापसी के बाद शुक्रवार से पार्टी सभी निकायों में प्रचार अभियान शुरू करने जा रही है। सभी शहरी बूथों पर कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सभी निगमों में जनसभाएं और रोड शो करने के साथ बड़ी नगरपालिकाओं में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत एवं कैबिनेट मंत्रियों के साथ प्रचार सभाएं में वे भी शामिल होंगे। वहीं सभी सांसद, विधायक अपने क्षेत्र के निकायों में प्रचार कार्यक्रमों में शिरकत कर पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में जनसमर्थन जुटाएंगे। हमारी पार्टी में मंत्री, सांसद होने से पहले सभी कार्यकर्ता होते हैं, लिहाजा निकाय चुनावों में भी वे सभी अपनी कार्यकर्ता की भूमिका का निर्वहन करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार