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रावलपिंडी, 02 जनवरी (हि.स.)। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के वकील फैसल चौधरी ने दावा किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सरकार की उस पेशकश को ठुकरा दिया है, जिसमें उनसे कहा गया था कि अगर वह आंदोलन की राजनीति बंद कर दें तो उन्हें जेल की शेष अवधि काटने के लिए इस्लामाबाद में उनके निवास बानी गाला में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
जियो न्यूज चैनल की खबर के अनुसार वकील चौधरी ने रावलपिंडी सेंट्रल जेल (अदियाला जेल) के बाहर संवाददाताओं से कहा कि पेशकश के दौरान इमरान खान ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक बिना मुकदमे के हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक वह कहीं नहीं जाएंगे। पीटीआई संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इसी जेल में लंबे समय से बंद हैं।
चैनल का कहना है कि पीटीआई के वकील का पेशकश संबंधी खुलासा ऐसे समय पर हुआ है, जब संघीय सरकार और पूर्व सत्तारूढ़ दल पीटीआई के प्रतिनिधि दो प्रमुख मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं। यह मुद्दे राजनीतिक कैदियों की रिहाई और नौ मई, 2023 और 26 नवंबर, 2024 की घटना के लिए जांच आयोग का गठन हैं। इससे पहले इस हफ्ते की शुरुआत में पीटीआई संस्थापक की बहन अलीमा खान ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री किसी भी सौदे पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जब वह पहले ही डेढ़ साल जेल में बिता चुके हैं तो कोई सौदा क्यों करेंगे।
पीटीआई सीनेटर शिबली फराज भी स्पष्टीकरण दे चुके हैं कि इमरान खान ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज गठबंधन सरकार से कोई मांग नहीं की है। पूर्व प्रधानमंत्री के वकील फैसल चौधरी ने टिप्पणी की, इमरान खान ने कहा है कि पीटीआई का समय आ गया है और कोई भी ताकत इसे रोक नहीं सकती।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद