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रतलाम, 2 जनवरी (हि.स.)। उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गुरुवार को रतलाम जिले के नामली नगर स्थित नायब तहसीलदार कार्यालय में कार्यरत क्लर्क प्रकाश पलासिया को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। आरोपित कल्र्क ने फरियादी से जमीन मानांतर का आवेदन निरस्त करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
लोकायुक्त के निरीक्षक दीपक शेजवार ने बताया कि फरियादी गणपत हाड़ा ने शिकायत की थी, जिसमें उसने बताया कि उनकी जमीन के नामांतरण के लिए जितेंद्र जाट ने आवेदन दिया है, जबकि दोनों के बीच विवाद चल रहा था। गणपत ने पहले शिकायत की थी कि जितेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज है, जो न्यायालय में चल रहा है। प्रकाश पलासिया ने गणपत से कहा कि वह जितेंद्र से अधिक रुपये देंगे, तो वह जितेंद्र के आवेदन को निरस्त कर देगा। शुरुआत में गणपत ने 5000 रुपये दिए थे और बाकी रुपये बाद में देने की बात की थी। फिर शिकायत की पुष्टि करने के लिए गणपत को जितेंद्र के पास भेजा गया। गणपत ने जितेंद्र से बातचीत की और 15 हजार रुपये की व्यवस्था की। गणपत ने जब कार्यालय में जाकर क्लर्क को 15 हजार रुपये दिए, तब लोकायुक्त दल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को रंगेहाथ पकड़ लिया। इससे पहले आरोपी ने रिश्वत के पैसों को ले लिया था, लेकिन लोकायुक्त के निरीक्षक दीपक शेजवार के नेतृत्व में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर