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भोपाल, 17 जनवरी (हि.स.)। परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की ओर से सरकार से सुरक्षा की मांग की गई है। सौरभ शर्मा की ओर से इस संबंध में सरकार को पत्र लिखे जाने की बात भी सामने आ रही है, हालांकि किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की है। सौरभ शर्मा के वकील सूर्यकांत बुझाड़े ने शुक्रवार को कहा है कि इस केस में जो आरोपी है, वो जांच में सहयोग करना चाहते हैं। सहयोग तभी कर पाएंगे जब वो सुरक्षित महसूस करेंगे। जब उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस नहीं होगा। आप जहां ले चलना है आप वहां ले चलिए, इस केस का खुलासा होना बहुत जरूरी है।
सौरभ शर्मा के वकील सूर्यकांत बुझाड़े ने कहा कि 'सौरभ और अन्य आरोपियों की जान को खतरा तो है। ये बहुत बड़ा केस है। ये आरोपी बहुत छोटे हैं। इनके सिर पर केस मढ़ दिया गया है। वह केवल एक कॉन्स्टेबल था। ये हाईलेवल का, बड़े लोगों का किया धरा है। इन छोटे लोगों पर डाल दिया है। इसलिए इनकी जान को खतरा है और उन्होंने सुरक्षा की मांग की है। वकील ने कहा कि मैं मीडिया के माध्यम से भी प्रदेश की मोहन सरकार से इन्हें सुरक्षा देने की मांग करता हूं।
वकील बुझाड़े ने बताया कि 'बरामद सोना और अकूत संपत्ति अकेले सौरभ की नहीं है। यह पुराना सिंडीकेट है, सौरभ इसका केवल एक छोटा सा अंग है। बरामद रकम और सोना सब कुछ ब्यूरोक्रेट्स और राजनेताओं का है।'उन्होंने बताया कि जांच एजेंसियों के लिए सौरभ इजी टारगेट था, इसलिए सब उन पर डाल दिया गया है। सरकार अगर जान की सुरक्षा की गारंटी दे तो सौरभ सामने आने को तैयार है। सौरभ की जान को किससे खतरा है? इस सवाल सवाल पर वकील ने कहा कि लोकायुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करें कि उससे सौरभ को जान का खतरा नहीं, बल्कि वो सुरक्षा मुहैया करवाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर