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हनोई, 14 जनवरी (हि.स.)। रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन की दो दिवसीय हनोई यात्रा के दौरान परमाणु ऊर्जा पर सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को वियतनाम और रूस ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किया।
बढ़ती लागत और सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण 2016 में दो परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का निर्माण बंद करने के बाद दक्षिण पूर्व एशियाई देश अपनी परमाणु ऊर्जा योजनाओं को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा है। उम्मीद है कि इससे वर्ष 2050 तक उसे ऊर्जा-पर्याप्त बनने और अतिरिक्त ग्रीन हाउस उत्सर्जन पर अंकुश लगाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
इस समझौते पर रूस की सरकारी स्वामित्व वाली परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम और वियतनाम की सरकारी स्वामित्व वाली बिजली उपयोगिता ईवीएन के बीच हस्ताक्षर किए गए।
प्रधानमंत्री मिशुस्टिन ने अपने समकक्ष फाम मिन्ह चिन्ह के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की और वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख टू लैम और वियतनाम की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष ट्रान थान मान से मुलाकात की।
मिशुस्टिन ने कहा, .''वियतनाम दक्षिण पूर्व एशिया में रूस का एक महत्वपूर्ण भागीदार है। आज हम आपके साथ रूस और वियतनाम के बीच सहयोग की एक व्यापक योजना पर चर्चा करने की योजना बना रहे हैं, जो 2030 तक चलेगी।'' अगले दिन बुधवार को वो राष्ट्रपति लुओंग कुओंग से भी मुलाकात करेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार