शून्य से 16 साल के 330 बच्चों का सुवर्णप्राशन संस्कार
धमतरी, 14 जनवरी (हि.स.)।नए साल के पहले पुष्य नक्षत्र 14 जनवरी को शासकीय आयुष पालीक्लिनिक में शून्य से 16 साल के बच्चों का सुवर्णप्राशन संस्कार कराया गया। जिसमें 330 बच्चों को सुवर्णप्राशन संस्कार कराया गया। शासकीय आयुष पालीक्लिनिक धमतरी में शून्य से
छोटे बच्चे को सुवर्णप्राशन संस्कार कराते डा अवध पचौरी।


धमतरी, 14 जनवरी (हि.स.)।नए साल के पहले पुष्य नक्षत्र 14 जनवरी को शासकीय आयुष पालीक्लिनिक में शून्य से 16 साल के बच्चों का सुवर्णप्राशन संस्कार कराया गया। जिसमें 330 बच्चों को सुवर्णप्राशन संस्कार कराया गया। शासकीय आयुष पालीक्लिनिक धमतरी में शून्य से 16 साल के बच्चों को चार मार्च 2023 से निःशुल्क सुवर्णप्राशन संस्कार शुरू किया गया है। सुवर्णप्राशन संस्कार कराने के लिए पुष्य नक्षत्र को शुभ माना जाता है। हर 27 दिन में आने वाले पुष्य नक्षत्र में बच्चों को सुवर्णप्राशन संस्कार कराया जाता है।

हर महीने 200 से अधिक बच्चे सुवर्णप्राशन संस्कार कराने शासकीय आयुष पालीक्लिनिक आते है। मंगलवार को 330 बच्चों का सुवर्णप्राशन संस्कार के साथ ही बच्चों का वजन और ऊंचाई का भी मापन किया गया। शासकीय आयुष पालीक्लिनिक के आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डा अवध पचौरी ने बताया कि सुवर्णप्राशन संस्कार से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिल रही है। इसके साथ ही बच्चों के वजन में वृद्धि, कुपोषण में कमी, पाचन तंत्र में सुधार, भूख बढ़ाने में, स्मरण शक्ति बढ़ाने में मदद मिल रही है। छोटे बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में गुणात्मक सुधार आ रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा