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महाकुम्भ नगर, 14 जनवरी(हि.स.)। मकर संक्रान्ति के दिन खिचड़ी से अधिक कहीं अधिक महत्व तिल का है। हाथ में कुछ तिल के दाने व गंगा जल को लेकर भगवान नारायण का स्मरण कर प्राशन कर लेने से आपके भीतर का समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। यह बात मंगलवार को महाकुम्भ मेला क्षेत्र में स्थित श्री प्रखर परोपकार मिशन शिविर में भक्तों से अनन्त श्रीविभूषित महामण्डलेश्वर स्वामी प्रखर महाराज ने कही।
उन्होंने मकर संक्रान्ति के महत्व की जानकारी देते कहा कि इस पर्व के मौके पर खिचड़ी दान करने से लाभदायक है। आज से प्रतिदिन पी.पी.एम. शिविर में प्रातः 9 बजे से दण्डी सन्यासियों को जलपान कराया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी काशी से आए महाराजश्री के शिष्य ब्रह्मचारी शिवप्रकाश महाराज (तूफानी बाबा) को दी गई है।
शिविर संयोजक माँ चिदानन्दमयी ने बताया कि अनन्तश्री विभूषित महामण्डलेश्वर स्वामी प्रखर जी महाराज के मार्गदर्शन में श्री प्रखर परोपकार मिशन शिविर में निवास कर रहे सैंकड़ों तीर्थयात्री एवं बाहर से आए ‘महाराजश्री’ के हजारों अनुयायियों ने ‘गंगा स्नान’ कर पुण्य लाभ अर्जित किया। ‘महाराजश्री’ के निर्देशन में सभी भक्तों ने प्रातः 8ः30 बजे गाजे-बाजे के साथ पदयात्रा निकालकर गंगा घाट पहुँचे और माँ गंगा का दर्शन, स्नान एवं दान किया, तत्पश्चात शिविर में आकर 100 से अधिक दण्डी सन्यासियों को जलपान एवं दक्षिणा प्रदान की।
शिविर के ज्ञानालय में मंगलवार को काशी से पधारे मीमांशा के प्रकाण्ड विद्वान परम पूज्य डाॅ. दिव्य स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज (प्रोफेसर, डाॅ. सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी) के श्रीमुख से ‘माघ महात्म्य कथा’ का शुभारम्भ हो गया है, जो शिविर पर्यन्त जारी रहेगी। कथा आरम्भ करते हुए पूज्य ब्रह्मचारी ने कहा कि प्रयागराज में कल्पवास का महत्व तब है, जब आप ‘माघ माहात्म्य कथा’ का श्रवण व सूर्योदय से पूर्व गंगा स्नान कर लेते हैं क्योंकि कल्पवास, तप का रूप है।
शिविर में अस्पताल के माध्यम से तीर्थयात्रियों को निरन्तर स्वास्थ्य सेवा तथा शिविर के बाहर, प्रवेश द्वार पर आम भक्तजन मानस के लिए निःशुल्क चाय व पकौड़ी का भी वितरण किया जा रहा है, जो शिविर पर्यन्त चलेगा। आज मकर संक्रान्ति के पावन सुअवसर पर त्रिवेणी संगम स्नान हेतु पधारे असंख्य तीर्थयात्रियों ने, शिविर की ओर से वितरित की जा रही खिचड़ी रूपी प्रसाद ग्रहण किया। अस्पताल की ओ.पी.डी में लगभग 2500 रोगियों को स्वास्थ्य परामर्श के साथ-साथ निःशुल्क दवाइयां प्रदान की गईं। अस्पताल की पैथाॅलाजी लैब में लगभग 150 रोगियों की जाँच की गई हैं तथा 6 एक्स-रे भी किए गए। अस्पताल में डाॅ. जी.सी पाठक (एम.एस आर्थो), डाॅ. पंकज सोनावने (एम.एस. आर्थो, डी. आर्थो) डाॅ. चन्द्रशेखर पवार, डाॅ. शैलेन्द्र एलेन सहित अन्य डाॅक्टर्स स्वास्थ्य उपचार दे रहे हैं। विक्रम सिंह शेखावत, जयपुर (अध्यक्ष, विशाल मेडिकल इक्वुपमेण्ट) के उपकरणों के सहयोग से संचालित किया जा रहा है।
शिविर संयोजक माँ चिदानन्दमयी ने बताया कि 15 जनवरी को रात्रि 07ः30 बजे से श्री प्रखर परोपकार मिशन शिविर की ओर से श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी व अटल अखाड़ा के समस्त महामण्डलेश्वर, पंचपरमेश्वर एवं हजारों साधु-सन्तों का ‘समष्टि भण्डारा’ का आयोजन कुम्भ मेला के श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी शिविर में किया जा रहा है।
शिविर में प्रमुख रूप से तिलकराज शर्मा, दर्शन कुमार गुप्ता, राजेश अग्रवाल, कमल किशोर चौधरी, प्रवीन नेमानी, मनीष गर्ग, हरिप्रकाश मंगला, डाॅ. सज्जन प्रसाद तिवारी, विश्वनाथ कानोडिया, राजकुमार जिन्दल, सुषमा अग्रवाल, श्रवण अग्रवाल, रघुनाथ सिंह, विक्रम सिंह शेखावत, विवेक मित्तल, ब्रह्मचारी शिवप्रकाश, ब्रह्मचारी आनन्द प्रकाश, आचार्य बाल कृष्ण, शशांक तिवारी, गौरीशंकर भारद्वाज, दिनेश मिश्रा, रोजालिन दास, मेजर योगेन्द्र कटियार एवं योगेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल