कार्यकर्ता ही संगठन की रीढ़ है, उनका सम्मान जरूरी : जय प्रकाश सिंह 
अयोध्या, 14 जनवरी (हि.स.)।।अयोध्या के प्रेस क्लब सिविल लाइन परिसर में भारतीय मजदूर संघ से अनुषांगिक संगठन बड़ौदा यूपी बैंक अधिकारी संगठन व बड़ौदा यूपी बैंक वर्कर्स ऑर्गेनाइजेशन का एक दिवसीय कार्यकर्ता समागम व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।समारोह के
भारतीय मजदूर संघ


अयोध्या, 14 जनवरी (हि.स.)।।अयोध्या के प्रेस क्लब सिविल लाइन परिसर में भारतीय मजदूर संघ से अनुषांगिक संगठन बड़ौदा यूपी बैंक अधिकारी संगठन व बड़ौदा यूपी बैंक वर्कर्स ऑर्गेनाइजेशन का एक दिवसीय कार्यकर्ता समागम व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय मजदूर संघ के विभाग प्रमुख जयप्रकाश सिंह एवं जिलाध्यक्ष अमरीश सिंह थे।

मुख्य अतिथि भारतीय मजदूर संघ जिलाध्यक्ष अम्बरीष सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता ही संस्था के प्राण होते हैं। अत: उन्हें समाज देशहित में अपना श्रेष्ठ देना चाहिए ताकि अच्छे समाज का निर्माण हो सके। सेवा के दौरान किस प्रकार से हम अपनी दिनचर्या पर व्यस्त रहते हैं अब सेवाकाल की लम्बी अवधि का अनुभव का उपयोग करते हुए शेष समय समाज के उत्थान के लिये करें। सेवाकाल के दौरान सामाजिक पारिवारिक दायित्व जिनमें सहभागिता नहीं की गई उसे अब आप निश्चित होकर पूर्ण करें, साथ ही आगामी जीवन के लिये शुभकामनाएं दी गई।

विभाग प्रमुख जयप्रकाश सिंह ने कहा संगठन में एक दूसरे के दु:ख दर्द को लोग समझा करते हैं। कार्यकर्ता ही संगठन की रीढ़ होते हैं। कार्यकर्ता का सम्मान होना चाहिए। कार्यकर्ता को समाज देशहित में अपना श्रेष्ठ देना चाहिए ताकि अच्छे समाज का निर्माण हो सके। सेवानिवृत्ति जीवन का अंत नहीं है, यह एक नयी शुरुआत है। अपने परिवार व दोस्तों के साथ अपने अनुभवों को साझा करें. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए तनावमुक्त रहें।

अध्यक्षता बड़ौदा यूपी बैंक अधिकारी संगठन के अध्यक्ष विवेक जायसवाल ने की। कहा कि भारतीय मजदूर संघ मजदूरों का, मजदूरों के लिए एवं मजदूरों द्वारा संचालित श्रमिक संगठन है. यह श्रमिक संगठन सभी प्रभावों से मुक्त है। किसी भी राजनीतिक दल से बीएमएस का जुड़ाव नहीं है. यह संगठन राष्ट्र हित, उद्योग हित के साथ श्रमिक हित की बात करता है। जब चीन ने भारत पर हमला किया, तो सभी दलों ने देश को कटघरे में खड़ा किया था, मगर बीएमएस के कार्यकर्ताओं ने देशहित में कार्य किया।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय