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अयोध्या, 12 जनवरी (हि.स.)। श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीरामलला के विराजमान हाेने का प्रथम वार्षिकोत्सव प्रतिष्ठा द्वादशी के दूसरे दिन रविवार को सुबह से राम मंदिर में दर्शन का क्रम मंदिर के कपाट बंद होने तक चलता रहा। जन्मभूमि पथ पर भी लंबी कतार रही। श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के यज्ञ मंडप में मंत्र जाप और हवन पूजन के कार्यक्रम में ट्रस्ट के प्रोजेक्ट मैनेजर जगदीश शंकर आफले और टाटा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विनोद शुक्ला ने भी भागीदारी की। गर्भगृह के निकट मंडप में राग सेवा का कार्यक्रम भी अपनी भव्यता पर रहा।
आज महोत्सव की शुरुआत राग सेवा प्रसिद्ध लोकगायिका शैलेश श्रीवास्तव के बधावा, सोहर गायन से हुई। इसके बाद प्रख्यात शास्त्रीय गायिका कलापिनी कोमकली श्रीराम भजन व निर्गुण गायन से राग-सेवा प्रस्तुत हुई। कार्यक्रम का समापन विश्वविख्यात बांसुरी वादक राकेश चौरसिया के बांसुरी वादन से हुआ। राग सेवा अनुष्ठान के परिकल्पनाकार और समन्वयक अयोध्या के कलाविद् यतीन्द्र मिश्र हैं। इस कार्य में उनका सहयोग संगीत नाटक अकादमी कर रहा है।
आज भी मंदिर में हर तरफ जयश्रीराम का उद्घोष गूंजता रहा। लता चौक, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और टेढ़ी बाजार चौराहे से जन्मभूमि की तरफ भक्तों का कारवां आगे बढ़ता रहा। भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि टेढ़ी बाजार चौराहे और डाकघर तिराहे से बड़े वाहनों को राम मंदिर की तरफ जाने से रोक दिया गया। अंगद टीला पर चल रहे समारोह में भक्तों की भीड़ जमी रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय