ओटीटी में आने वाली फिल्में आप परिवार और बच्चों के साथ नही देख सकते- हेमा मालिनी
रायगढ़, 7 सितंबर (हि.स.)।रूपहले पर्दे की ड्रीम गर्ल व मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि आज चक्रधर समारोह जैसे बडे आयोजनों की जरूरत है इससे संस्कृति को आगे ले जाने के लिये कलाकारों को मौका मिलता है। वर्तमान में ओटीटी पर आने वाली फिल्में व वेबसीरीज
ओटीटी में आने वाली फिल्में आप परिवार और बच्चों के साथ नही देख सकते- हेमा मालिनी


रायगढ़, 7 सितंबर (हि.स.)।रूपहले पर्दे की ड्रीम गर्ल व मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि आज चक्रधर समारोह जैसे बडे आयोजनों की जरूरत है इससे संस्कृति को आगे ले जाने के लिये कलाकारों को मौका मिलता है। वर्तमान में ओटीटी पर आने वाली फिल्में व वेबसीरीज को लेकर भी हेमा मालिनी ने खुलकर कहा कि आजकल इन्हें परिवार के साथ बैठकर नही देख सकते। जब हम ये सब देखते हैं तो बच्चों को कहना पड़ता है कि आप लोग अंदर जायें। उन्हें वर्तमान में कोई अच्छा रोल निभाने का आफर नही मिल रहा है अगर कोई निर्माता उन्हें फिल्म में अच्छे रोल के लिये बुलाता है तो वे काम करने को तैयार हैं।

आज चक्रधर समारोह में अपनी प्रस्तुति देने के लिये फिल्म अभिनेत्री व रंगमंच कलाकार हेमा मालिनी रायगढ़ पहुंची थी और पत्रकारों से बातचीत के दौरान उक्त बातें कहीं।

रायगढ़ पहुंची ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर कहा कि वे अभी मथुरा से रायगढ़ पहुंची हैं, यह पहली मर्तबा नही कि वह पहले भी चुनाव प्रचार के दौरान छत्तीसगढ़ आ चुकी है। उस वक्त छत्तीसगढ़ में डाॅ रमन सिंह मुख्यमंत्री हुआ करते थे, साथ ही साथ छत्तीसगढ़ राज्य की खुलकर तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ बहुत सुंदर है, यहां की संस्कृति भी बहुत अच्छा है यहां दोनों का मिलन है। ऐसे खुबसूरत जगह में आने से बहुत खुशी मिलती है और यहां के लोगों ने मुझे बहुत प्यार दिया है। पहले इससे पहले भी ऐतिहासिक चक्रधर समारोह में प्रस्तुति दे चुकी है साथ ही साथ मेरी दो बेटियां अहाना और ईशा ने भी यहां अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं। यहां दोबारा आकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। पहले हमने यहां दुर्गा पर आधारित प्रस्तुति दी थी और इस बार हम यहां राधा रास बिहारी पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देंगी।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने कहा कि हम पर जितनी भी बायोग्राफी बनी है उसे आप सभी को पढ़ना चाहिए! मैने बचपन से सांस्कृतिक नृत्य की शिक्षा ली है। इस दौरान मेरी माता ने मुझे अलग-अलग गुरूओं के पास से नृत्य की अलग-अलग शैली की शिक्षा दिलाई। इस नृत्य की वजह से ही मै फिल्म में आई और फिल्म में आने के बाद मुझे नही लगा था कि मै इतना नाम बना लूंगी। चर्चा के दौरान उनका कहना था कि आप लोग जब बुलाते हैं तब स्टेज पर परफार्म करती हूं, तब बहुत सारे जनता के साथ मेरा लगाव रहता है। इसलिये मै इसे जारी रखना चाहती हूं। मै अभी कोई भी फिल्म नही कर रही हूं, पहले बहुत कर चुकी है और भी फिल्म करने को तैयार हूं ,लेकिन कोई बेहतर रोल मिले तब।मै अभी भी फिल्म करूंगी, क्योंकि मै अभी भी कर सकती हूँ और करने के काबिल भी हूं। लेकिन नृत्य के साथ अभी भी जुडी हुई हूं। इसके अलावा सांसद बनने का भी अवसर उन्हें मिल चुका है।

एक सवाल के जवाब में हेमा मालिनी ने कहा कि आज के छोटे-छोटे बच्चे बहुत बेहतर डांस करते हैं। लेकिन बृज कला, बृज कला संस्कृति जो है वह बहुत सुंदर है। बृज की भाषा और गान के अलावा वहां का नृत्य भी बहुत सुंदर है। इन सब को सम्हाल कर रखना हमारा कर्तव्य है। इसके लिये हमने मथुरा में बृज कलाक्षेत्र क्षेत्र बनाया है। जिसमें सभी को लगातार ट्रेनिंग दिया जाएगा। अपने दस साल के संसदीय कार्यकाल में वहां काफी कुछ विकास हुआ है और पहले से मथुरा और बेहतर हुआ है।

फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने यह भी कहा कि आज आपने मुझे यहां बुलाया है, तो जरूर आज समारोह में भीड़ होगी। लेकिन कल से वहां जो भी कार्यक्रम आयोजित होगा, उसमें भी उतना ही भीड़ होना चाहिए। तभी पता चलेगा कि हमारी संस्कृति कितना आगे बढ़ रही है। उन्होंने पत्रकारों के पूछने पर कहा कि वे फिल्म वालों को खराब नही बोल रही हैं, , क्योंकि उसमें उस रोल के हिसाब से उनका फरफार्मेस होता है। हमारे समय के फिल्म भी बहुत बढ़िया थे, बहुत ही सिंपल और सुंदर थे, कोई भी परिवार के साथ बैठकर देख सकता है। आज कल फिल्म पूरा परिवार साथ बैठकर नही देख सकते। बच्चों को बोलना पड़ता है कि ऐसी फिल्म मत देखो।

हिन्दुस्थान समाचार / रघुवीर प्रधान