पुलिस की अनुशासित समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है: मुख्यमंत्री
- मुख्यमंत्री ने थाना स्तरीय नागरिक समितियों के सम्मेलन में भाग लिया - नागरिक समितियां जनता और पुलिस के बीच की खाई को पाटने के लिए एक मजबूत ढांचा प्रदान करेंगी: मुख्यमंत्री गुवाहाटी, 07 सितंबर (हि.स.)। राज्य में सामुदायिक पुलिसिंग को फिर से परिभाषि
मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा थाना स्तरीय नागरिक समितियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए।


- मुख्यमंत्री ने थाना स्तरीय नागरिक समितियों के सम्मेलन में भाग लिया

- नागरिक समितियां जनता और पुलिस के बीच की खाई को पाटने के लिए एक मजबूत ढांचा प्रदान करेंगी: मुख्यमंत्री

गुवाहाटी, 07 सितंबर (हि.स.)। राज्य में सामुदायिक पुलिसिंग को फिर से परिभाषित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने आज यहां श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में 307 थाना स्तरीय ‘नागरिक समितियों’ के सम्मेलन में भाग लिया और उसकी अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री ने पहली बार नागरिक समितियों के सम्मेलन की अध्यक्षता की, जिसमें प्रत्येक पुलिस स्टेशन के नागरिक और प्रतिनिधि शामिल हुए और उनसे जनता और पुलिस के बीच की खाई को पाटने के लिए एक मजबूत ढांचा प्रदान करने की अपेक्षा की गई।

इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नागरिक समितियां अपराध के पीड़ितों- विशेषकर बच्चों और महिलाओं की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कि नागरिक समितियों को इस तरह से काम करना चाहिए कि वे एफआईआर दर्ज करने, रिपोर्ट वापस लेने और प्रमाण पत्र प्राप्त करने जैसी कानूनी प्रक्रियाओं पर लोगों में जागरूकता पैदा करें। 307 थाना स्तरीय नागरिक समितियों को वास्तविकता बनाने के क्षण को बताते हुए, मुख्यमंत्री ने असम पुलिस की पूरी टीम और उन सभी लोगों की सराहना की, जिन्होंने नागरिक समिति पर 2022 के निर्णय को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत की है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जीवन को अनुशासित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए पुलिस बलों की बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस से लोग हमेशा सहायता की कल्पना करते हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के तीन महीने के भीतर, उन्होंने पुलिस स्टेशनों के सभी ओसी के साथ बैठक की, जहां उन्होंने पुलिस आधुनिकीकरण योजना के अपने विजन को विस्तार से बताया। इस दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने पुलिस की भूमिका पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने नागरिक समितियों को पुलिस और जनता के बीच की सेतु बताते हुए इससे बेहतर पुलिसिंग की उम्मीद जताई।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा राज्य के मुख्य सचिव रवि कोटा, पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह, गृह तथा राजनीतिक विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अजय तिवारी, विभाग के सचिव बिश्वजीत पेगू, सिविल डिफेंस के महानिदेशक हरमीत सिंह, पुलिस महानिरीक्षक पार्थ सारथी महंत समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश