मप्रः कटनी के बलिदानी प्रदीप पटेल का गृह ग्राम में राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
-मुख्यमंत्री ने की परिवार को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा खजुराहो/कटनी, 07 सितंबर (हि.स.)। सिक्किम के पाक्योंग में बलिदान हुए मध्य प्रदेश के कटनी जिले की विजयराघवगढ़ तहसील निवासी सेना जवान प्रदीप पटेल की तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह शनिवार की शाम को
मप्रः कटनी के बलिदानी प्रदीप पटेल का गृह ग्राम में राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार


मप्रः कटनी के बलिदानी प्रदीप पटेल का गृह ग्राम में राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार


मप्रः कटनी के बलिदानी प्रदीप पटेल का गृह ग्राम में राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार


-मुख्यमंत्री ने की परिवार को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा

खजुराहो/कटनी, 07 सितंबर (हि.स.)। सिक्किम के पाक्योंग में बलिदान हुए मध्य प्रदेश के कटनी जिले की विजयराघवगढ़ तहसील निवासी सेना जवान प्रदीप पटेल की तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह शनिवार की शाम को सेना के विशेष वाहन से उनके गृह ग्राम पहुंची, जहां अंतिम दर्शन करने और विदाई देने के लिए हजारों लोग मौजूद रहे। बलिदानी प्रदीप पटेल का उनके गृह ग्राम हरदुआ में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। चचेरे भाई ने शहीद जवान को मुखाग्नि दी। हजारों लोगों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी।

24 वर्षीय प्रदीप पटेल पुत्र वैसाखू पटेल भारतीय सेना में ड्राइवर के पदस्थ थे। गुरुवार को सेना का वाहन खाई में गिर गया था। इसमें चार जवानों की मौत हो गई थी। इनमें प्रदीप पटेल भी शामिल थे। वह कटनी जिले के विजयराघवगढ़ के हरदुआ कला के रहने वाले थे। प्रदीप साल 2020 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वे परिवार के एकलौते बेटे थे। अभी शादी भी नहीं हुई थी। उनकी दो बड़ी बहनें हैं, दोनों की शादी हो गई है। पिता किसान हैं। प्रदीप एक महीने पहले ही छुट्टी पर गांव आए थे। उन्होंने 12 अगस्त को ड्यूटी जॉइन की थी।

शनिवार को बलिदानी जवान प्रदीप पटेल की पार्थिव देह सबसे पहले खजुराहो एयरपोर्ट पर लाई गई। यहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बलिदानी परिवार को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की। खजुराहो एयरपोर्ट पर बलिदानी पटेल को गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए अंतिम विदाई दी गई।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राष्ट्र की सेवा में समर्पित प्रदीप पटेल के अद्वितीय योगदान एवं समर्पण के लिए यह देश उनका सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि बलिदानी पटेल के माता-पिता को राज्य शासन की ओर से एक करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।

उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति में राष्ट्रहित में अपनी देह समर्पित करने से बेहतर सौभाग्य कुछ नहीं होता। जन्म-मृत्यु के क्रम में देश पर शहीद होने वालों को विशेष सम्मान के साथ देखा जाता है। राज्य सरकार इस कष्ट के समय में, पीड़ा और आघात की स्थिति से गुजर रहे शहीद के परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के वीर सपूत पटेल पटेल सेना के साथियों के साथ 700 मीटर गहरी खाई में गिरे। दुर्घटना में दुर्भाग्यवश सभी का देवलोक गमन हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दुर्घटना में दिवंगत उनके सभी साथियों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उपस्थित पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार, विधायक ललिता यादव एवं कामाख्या प्रताप सिंह सहित जन-प्रतिनिधि अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इसके बाद खजुराहो एयरपोर्ट से बलिदानी प्रदीप पटेल की पार्थिव देह सड़क मार्ग से उनके गृह ग्राम हरदुआ कला लाई गई। यहां स्कूल में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा, प्रभारी मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, मंत्री लखन पटेल, विधायक संजय पाठक सहित सैकड़ों लोगों ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी।

पार्थिव देह गृह ग्राम पहुंचाने पर हजारों लोगों ने शहीद के वाहन के साथ चलते हुए उन्हें अपने घर तक पहुंचाया, जहां पर लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद सेना के बैंड नें शोक धुन बजाई तथा जवानों ने गॉड ऑफ ऑनर दिया। उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान लोगों ने भारत माता के जयकारे लगाए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर