किसान विजय ने एक एकड़ में बैगन की खेती कर दो माह में कमाया ढाई लाख रूपये
पूर्वी चंपारण 22 सितम्बर (हि.स.)।जिले के तुरकौलिया प्रखंड के अमवा गांव के रहने वाले किसान विजय कुमार ने एक एकड़ में बैगन की खेती कर महज दो माह में ढाई लाख रुपये की कमाई की है। उनके बैगन की बंपर की खेती को देखने आ रहे किसान दांतो तले उंगली दबाने को म
अपना उत्पादन दिखाते किसान विजय


पूर्वी चंपारण 22 सितम्बर (हि.स.)।जिले के तुरकौलिया प्रखंड के अमवा गांव के रहने वाले किसान विजय कुमार ने एक एकड़ में बैगन की खेती कर महज दो माह में ढाई लाख रुपये की कमाई की है। उनके बैगन की बंपर की खेती को देखने आ रहे किसान दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर हो रहे हैं।

किसान विजय ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि वे बैगन की खेती के लिए उन्नत वैरायटी के बीज लगाना चाहते थे। इस प्रयास में उन्हें जिला उद्यान कार्यालय से सहायता मिला जहां उन्होंने कलश कंपनी का हाजीपुर के मांझी वैरायटी का बीज प्राप्त किया।बैगन की खेती से प्राप्त बंपर उत्पादन से उत्साहित किसान विजय ने बताया कि जिला उद्यान कार्यालय पूर्वी चंपारण से अनुदान पर प्राप्त बीज से एक एकड़ के लिए 100 ग्राम बीज से लगभग 7500 पौधा अप्रैल माह के अंत में तैयार कर लिया। जिसका प्लान्टेशन उसी समय शुरू किया करीब डेढ माह यानी जून महीने की दूसरे सप्ताह से प्रोडक्शन शुरू हो गया।

किसान विजय बताते हैं कि इस बार बैगन का बंपर उत्पादन हो रहा है। उत्पादन की स्थिति यह है कि प्रतिदिन लगभग चार कुंटल बैगन निकल रहा है। वहीं दूसरी ओर रेट की बात करें तो शादी के सीजन में उन्होंने जहां 5,000 से 6,000 प्रति क्विंटल के दर से बेचा है तो वहीं अभी सितम्बर माह में 3,500 प्रति कुंटल के रेट से बिक्री हो रही है।उन्होंने बताया कि जून महीने से लेकर नवंबर महीने तक लगभग 8 से 9 महीने लगातार यह उत्पादन होता रहेगा।

उन्होने बताया कि महज दो माह में उन्होने ढाई लाख की आमदनी हुई है।

किसान ने बताया कि हमारे बैगन की क्वालिटी बेहतर है,लेकिन फिलहाल इसे स्थानीय कोटवा अथवा मोतिहारी के मार्केट में ही बेच रहे हैं। बाहर भेजने की सुविधा होती इसका और भी बेहतर रेट मिलता। उन्होने बताया बिक्री के हमे स्थानीय मार्केट में अच्छी रेट को तलाशना होता है,जहां अच्छा रेट मिलता है,उसी मार्केट में ले जाकर बेच देते हैं। बताते है,कि कभी कभी दूर-दराज के व्यापारी उनके खेत से ही हमारे उत्पाद खरीद लेते तो और भी बेहतर आमदनी हो जाती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार