शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह अबतक 16 फीसदी बढ़कर 9.95 लाख करोड़ रुपये पर
- सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 21.48 फीसदी उछलकर 12,01,073 लाख करोड़ रुपये नई दिल्‍ली, 18 सितंबर (हि.स.)। आर्थिक र्मोचे पर अच्‍छी खबर है। चालू वित्‍त वर्ष 2024-25 में 17 सितंबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.12 फीसदी बढ़कर 9,95,766 लाख करोड़ रुपये पर पह
आयकर विभाग के लोगो का फाइल फोटो


- सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 21.48 फीसदी उछलकर 12,01,073 लाख करोड़ रुपये

नई दिल्‍ली, 18 सितंबर (हि.स.)। आर्थिक र्मोचे पर अच्‍छी खबर है। चालू वित्‍त वर्ष 2024-25 में 17 सितंबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.12 फीसदी बढ़कर 9,95,766 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। वहीं, सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह भी 21.48 फीसदी की उछाल के साथ 12,01,073 लाख करोड़ रुपये रहा है।

आयकर विभाग ने बुधवार को एक्‍स पोस्‍ट पर जारी आंकड़ों में बताया कि चालू वित्‍त वर्ष में एक अप्रैल से 17 सितंबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.12 फीसदी बढ़कर 9,95,766 लाख करोड़ रुपये रहा है। वहीं, शुद्ध व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) संग्रह 19 फीसदी की बढ़त के साथ 5.15 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि कॉरपोरेट कर संग्रह 10.55 फीसदी बढ़कर 4.52 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।

विभाग के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अबतक 2.05 लाख करोड़ रुपये से अधिक के रिफंड जारी किए गए हैं, जो पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की समान अवधि की तुलना में 56.49 फीसदी अधिक है। वहीं, प्रतिभूति लेन-देन कर (एसटीटी) से इनकम 26,154 करोड़ रुपये रही है। विभाग के मुताबिक रिफंड को जोड़ने के बाद चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अबतक पीआईटी और कॉरपोरेट करों को मिलाकर शुद्ध संग्रह 9,95,766 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 16.12 फीसदी अधिक है।

आंकड़ों के मुताबिक अग्रिम कर संग्रह 22.61 फीसदी बढ़कर 4.36 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पीआईटी अग्रिम कर संग्रह में 39.22 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि कॉरपोरेट कर में वृद्धि 18.17 फीसदी रही है। इस तरह सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 12,01,073 लाख करोड़ रुपये रहा, जो चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अबतक 21.48 फीसदी की वृद्धि है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर (व्यक्तिगत आयकर, कॉरपोरेट कर और अन्य कर) से 22.12 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 13 फीसदी अधिक है।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर