खांडू ने स्वच्छता को एक बार की गतिविधि के बदले निरंतर प्रयास बनाने का किया आग्रह
इटानगर, 18 सितंबर (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश के मुख्य मंत्री पेमा खांडू ने युवाओं और आम लोगों से स्वच्छता ही सेवा-2024 अभियान के तहत स्वच्छता को एक बार की गतिविधि के बदले अपने जीवन में उसे निरंतर बनाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने स्वच्छता
खांडू ने स्वच्छता को एक बार की गतिविधि के बदले निरंतर प्रयास बनाने का किया आग्रह


इटानगर, 18 सितंबर (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश के मुख्य मंत्री पेमा खांडू ने युवाओं और आम लोगों से स्वच्छता ही सेवा-2024 अभियान के तहत स्वच्छता को एक बार की गतिविधि के बदले अपने जीवन में उसे निरंतर बनाने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने स्वच्छता ही सेवा के शुभारंभ कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा, स्वच्छता ही सेवा सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि एक आंदोलन है जो नागरिकों को अपने परिवेश का स्वामित्व लेने का अधिकार देता है। स्वच्छता एक साझा जिम्मेदारी है। खांडू ने व्यक्तियों से स्वच्छता गतिविधियों के लिए सालाना 100 घंटे समर्पित करने और परिवारों के बीच चर्चा में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने महात्मा गांधी के स्वच्छता के संदेश पर प्रकाश डालते हुए खांडू ने कहा कि गांधीजी स्वच्छ मन, शरीर और परिवेश की वकालत करते थे। “उनके दर्शन से प्रेरित यह अभियान, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान के अनुरूप है, जिसने स्वच्छता के प्रति भारत के दृष्टिकोण को बदल दिया है। अरुणाचल ने 100 प्रतिशत खुले में शौच से मुक्त स्थिति हासिल कर ली है।

खांडू ने बताया कि 2017 में शुरू किए गए स्वच्छता ही सेवा अभियान का उद्देश्य स्वच्छता के लिए स्वैच्छिकता और सामूहिक कार्रवाई को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम, स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता, स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) की 10वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाती है। मुख्यमंत्री ने वैज्ञानिक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत दुनिया के कचरे का दसवां हिस्सा उत्पन्न करता है। उन्होंने कहा, राज्य सरकार ने 12 सामग्री पुनर्प्राप्ति सुविधाएं स्थापित की हैं और हम उनका पूर्ण संचालन सुनिश्चित करने के लिए उन्हें मशीनरी से लैस कर रहे हैं। खांडू ने धान के खेतों, नालों और नदियों में दूषित पानी के प्रवाह को रोकने के लिए सभी जिलों में तरल अपशिष्ट उपचार संयंत्र स्थापित करने की योजना की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 14-दिवसीय स्वच्छता अभियान की शुरुआत कर रहे हैं, जिसका समापन 2 अक्टूबर, गांधी जयंती पर होगा। हमारा लक्ष्य महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के दृष्टिकोण को सुदृढ़ करना है, स्वच्छ भारत अभियान के शुभारंभ के बाद से प्रधान मंत्री मोदी ने इस दृष्टिकोण का दृढ़ता से समर्थन दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी