सेबी ने गैर-पेशेवर कार्य संस्कृति पर जारी प्रेस विज्ञप्ति को लिया वापस
-पूंजी बाजार नियामक ने कहा- शिकायतों का निपटारा आपसी बातचीत से होगा नई दिल्‍ली, 16 सितंबर (हि.स.)। पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सोमवार को गैर-पेशेवर कार्य संस्कृति पर जारी अपनी प्रेस विज्ञप्ति वापस ले ली है। सेबी ने
पूंजी बाजार नियामक सेबी के लोगो का फाइल फोटो


-पूंजी बाजार नियामक ने कहा- शिकायतों का निपटारा आपसी बातचीत से होगा

नई दिल्‍ली, 16 सितंबर (हि.स.)। पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सोमवार को गैर-पेशेवर कार्य संस्कृति पर जारी अपनी प्रेस विज्ञप्ति वापस ले ली है। सेबी ने विगत 4, सितंबर को जारी इस विज्ञप्ति को यह कहते हुए वापस ले लिया है कि यह चिंताएं ‘गलत’ हैं और कर्मचारी संबंधी मुद्दों को आंतरिक रूप से संभाला जाएगा।

बाजार नियामक ने जारी बयान में कहा कि सेबी ने पिछले 36 वर्षों में भारतीय प्रतिभूति बाजार को विश्व के सबसे गतिशील और सुव्यवस्थित बाजारों में से एक बनाने में अपने कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। सेबी ने कहा कि वह कर्मचारी-संबंधी मामलों का निपटारा उचित आंतरिक तंत्र के माध्यम से करती है।

सेबी ने कहा है कि सभी ग्रेड के अधिकारियों के प्रतिनिधियों के साथ रचनात्मक चर्चा के बाद सेबी और उसके कर्मचारियों ने पुष्टि की है कि ऐसे मुद्दे पूरी तरह से आंतरिक हैं, उन्हें संगठन के शासन के उच्च मानकों के अनुसार और समयबद्ध ढांचे के भीतर प्रबंधित किया जाएगा।

गौरतलब है कि 6 अगस्त को करीब 500 कर्मचारियों ने वित्त मंत्रालय को शीर्ष प्रबंधन के खिलाफ पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने ‘गैर-पेशेवर कार्य संस्कृति’ का जिक्र किया, जिसमें सार्वजनिक अपमान और चीखने-चिल्लाने जैसी घटनाएं शामिल थीं।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर